घंटा गाड़ी में पाए गए वोटर कार्ड, प्रशासनिक अमले की लापरवाही फिर हुई उजागर

घंटा गाड़ी में पाए गए वोटर कार्ड, प्रशासनिक अमले की लापरवाही फिर हुई उजागर

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-24 13:48 GMT
घंटा गाड़ी में पाए गए वोटर कार्ड, प्रशासनिक अमले की लापरवाही फिर हुई उजागर

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। लोकतांत्रिक व्यवस्था में मतदान का असाधारण महत्व होता है। प्रशासन द्वारा सभी मतदाताओं को पहचान पत्र जारी किए जाते हैं। इन्हीं पहचान पत्रों की मदद से मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग चुनाव के दौरान करते हैं, लेकिन जब नवमतदाताओं के वोटर कार्ड ही उन तक पहुंचने की बजाय घंटागाड़ी के कचरे में पहुंच जाएं तो, इसे प्रशासनिक अमले की घोर लापरवाही ही कहा जा सकता है।

कचरा उठाने वाली महिला को देखे वोटर कार्ड
इसी तरह का एक वाकया शनिवार को सुबह शहर के श्रीनगर परिसर में सामने आया। जब कचरा बंटोरने वाली घंटागाड़ी में गोंदिया विधानसभा क्षेत्र के ओल्ड गोंदिया परिसर के मतदाताओं के  नवीन वोटर कार्ड पाए गए। घंटागाड़ी चलाने वाली महिला को जब यह कार्ड रोजमर्रा के कचरे से अलग दिखाई पड़े तो उसने वार्ड के ही निवासी सुधाकर ढोमणे को वह कार्ड देते हुए पूछा कि यह क्या है? यदि किसी के काम के हो तो उन्हें दे दें इसके बाद उनके बेटे ने जो दैनिक भास्कर कार्यालय में ही कार्यरत है ने वे सारे कार्ड दैनिक भास्कर कार्यालय में लाकर दिखाए।

वोटर कार्डों की कुल संख्या 14 थी। दैनिक भास्कर कार्यालय से इसकी सूचना जिलाधिकारी एवं उपविभागीय अधिकारी को दी गई। सूचना मिलते ही गोंदिया के उपविभागीय अधिकारी अनंत वालस्कर अपने सहयोगी अधिकारियों के साथ दैनिक भास्कर कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने वोटर कार्डों का निरीक्षण कर इन्हें वर्ष 2017  के वैध वोटर कार्ड बताया। जिसके बाद सभी कार्ड उन्हें सौंप दिए गए। वालस्कर ने इस तरह वैध मतदाता परिचय पत्रों का कचरे में पाए जाने को गंभीर विषय बताया एवं सभी कार्डों को जांच पड़ताल के लिए अपने साथ ले गए।

जांच कर करेंगे कार्रवाई
मतदाताओं के मतदाता परिचय पत्र जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज का कचरे में पाया जाना गंभीर विषय है। हम इस सारे प्रकरण की जांच करवाएंगे एवं इसके लिए जो भी दोषी होगा। उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- अनंत वालस्कर, उपविभागीय अधिकारी, गोंदिया

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