स्वामी का दावा, वाटरलू साबित हो सकती है सरकार के लिए GST

स्वामी का दावा, वाटरलू साबित हो सकती है सरकार के लिए GST

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-02 11:02 GMT
स्वामी का दावा, वाटरलू साबित हो सकती है सरकार के लिए GST

एजेंसियां, नई दिल्ली. बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्य स्वामी ने मौजूदा आर्थिक हालात को जीएसटी लागू करने के प्रतिकूल करार देते हुए कहा है कि ऐसे में जीएसटी को दो साल के लिए टाल देना चाहिए वरना मोदी सरकार के लिए यह वाटरलू साबित हो जाएगा. स्वामी ने जीएसटी को लेकर अपने विचार ट्वीटर पर साझा किए है. स्वामी ने विश्व प्रसिद्ध उस वॉटरलू युद्ध का उदाहरण दिया जिसमें 'अजेय' माने जाने वाले फ्रांस के सम्राट नेपोलियन बोनोपार्ट को आखिरकार पराजित होना पड़ा था.
उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में एक महीने पहले ही उन्होंने प्रधानमंत्री को 16 पन्नों की चिट्ठी लिखी थी जिसमें अर्थव्यवस्था और सकल घरेलू उत्पाद दर में गिरावट के छह खतरनाक संकेतों का जिक्र किया था. उनका यही मानना है कि मौजूदा आर्थिक स्थितियाें और पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा के उन सुझावों को ध्यान में रखते हुए जिसमें उन्होंने कहा है कि जीएसटी को तुरंत स्वीकार करना मुश्किल होगा. जीएसटी को लेकर उद्योगों की तैयारी पूरी नहीं हो पाई है और जरुरी नेटवर्क का सेवा प्रदाताओं की ओर से पूरा परीक्षण भी नहीं किया गया है. जीएसटी को जुलाई 2019 तक के लिए टाल दिया जाना चाहिए. वरना यह सरकार के लिए वाटरलू साबित हो जाएगा.
जीएसटी के बारे में स्वामी की यह टिप्पणी जीडीपी के ताजे आंकड़ों के आलोक में आई है. इन आंकड़ों से ऐसा संकेत गया है कि नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था धीमी पड़ी है. बीते दिनों जारी किए गए जीडीपी आकंडों के अनुसार मार्च 2017 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान (जीडीपी) दर घटकर 6.1 फीसदी रह गई, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह सात फीसदी थी.

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