सरकारी अस्पताल में डिलेवरी के वक्त महिला और नवजात की मौत, जमकर हुआ हंगामा
सरकारी अस्पताल में डिलेवरी के वक्त महिला और नवजात की मौत, जमकर हुआ हंगामा
डिजिटल डेस्क, पुणे। प्रसूति के समय अधिक खून बहने से महिला और नवजात बच्चे की मौत हो गईं। उसके बाद गुस्साए रिश्तेदारों ने हंगामा करते हुए डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आराेप लगाया। यह घटना शुक्रवार तड़के सांगली स्थित वसंतदादा पाटील शासकीय अस्पताल में हुई। रेहाना उम्र 23 साल रहवासी संजयनगर की मौत हो गईं। घटना को लेकर विश्रामबाग पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। रेहाना को पहले ढाई साल का लड़ाका है। उसकी पहली प्रसूति सिजर से की गई थी। दूसरी बार गर्भवती होने के बाद निजी डॉक्टर ने उसे सिजर ही कराने की सलाह दी थी।
परिजन ने जमकर किया हंगामा
4 मार्च को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। जिस कारण उसे वसंतदादा पाटील शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। रेहाना के रिश्तेदारों ने डॉक्टरों से ऑपरेशन करने के लिए कहा, लेकिन डॉक्टरों ने इनकार करते हुए प्राकृतिक रूप से प्रसूति होने की बात कही। शुक्रवार तड़के रेहाना ने बेटे को जन्म दिया। प्रसूति के समय काफी खून बहने के कारण रेहाना की मौत हो गईं। वहीं कुछ देर बाद उसके बेटे की भी मौत हो गई। यह बात पता चलते ही रेहाना के रिश्तेदार आपा खो बैठे। उन्होंने दोनों की मौत के लिए डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की। अस्पताल में तनावपूर्ण माहौल बन गया।
पुलिस ने परिजन को समझाया
जानकारी मिलते ही पुलिस का दस्ता घटनास्थल पहुंच गया। अस्पताल परिसर में कड़ा बंदोबस्त तैनात किया गया। पुलिस ने रेहाना के रिश्तेदारों को शांति बरतने को कहा। घटना की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल की अधीक्षक डॉ. पल्लवी सापले ने घटना की जांच के लिए चिकित्सा समिति नियुक्त करने का निर्णय लिया।
एक और नवजात की मौत
अस्पताल में शुक्रवार तड़के इसी प्रकार की दूसरी घटना हुई। लक्ष्मी पाटील नामक महिला को प्रसूति के लिए भर्ती कराया गया था। उनके रिश्तेदारों ने भी ऑपरेशन करने की मांग की थी। लेकिन डॉक्टरों ने इनकार किया और प्राकृतिक रूप से प्रसूति की। उन्होंने भी बेटे को जन्म दिया। लेकिन कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। इसलिए लक्ष्मी के रिश्तेदारों ने भी डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। चिकित्सा समिति द्वारा इस घटना की भी जांच की जाएगी।