फिल्मी स्टाइल में किया युवक का अपहरण, पुलिस ने घेराबंदी कर किया गिरफ्तार

फिल्मी स्टाइल में किया युवक का अपहरण, पुलिस ने घेराबंदी कर किया गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-14 16:10 GMT
फिल्मी स्टाइल में किया युवक का अपहरण, पुलिस ने घेराबंदी कर किया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क,रीवा। मप्र के सतना जिले में फिल्मी  स्टाइल में युवक  का अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। चार पहिया वाहन में सवार पांच लोगों ने बाइक से जा रहे युवक का अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद उसकी आंख में पट्टी बांधकर ले जाया जा रहा था, लेकिन इसी बीच पुलिस को खबर हो गई और पुलिस ने घेराबंदी  कर अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
रास्ता पूछा और पिस्टल दिखाकर बैठा लिया गाड़ी में-
इस संबंध में पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार  कर लिया है। शहरी सीमा से लगे सगरा थाना क्षेत्र के इटहा गांव में रहने वाले अशोक सिंह पुत्र स्व. राजबहादुर 30 वर्ष का अपहरण गुरूवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे उस समय हुआ, जब वह बाइक से ड्यूटी पर जा रहा था। सगरा स्थित कॉलेज में कार्यरत अशोक सिंह अजगरहा स्थित   पटपरी नाला के समींप पहुंचा था, इसी दौरान चार पहिया में सवार लोगों ने पता पूछने के लिए रोका। बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने अशोक से यह पूछा कि बायपास से नीचे उतरने का रास्ता कहां से हैं। किसी अनहोनी से बेखबर अशोक सामान्य रूप से इन्हें  जानकारी दे रहा था, इसी दौरान पिस्टल लगाकर उसे गाड़ी में डाल दिया। गाड़ी में अशोक को डालते ही उसकी ऑखो में पट्टी बांध दी। घटना स्थल के नजदीक निर्माण कार्य चल रहा था, जिसके चलते लोगों ने  देख लिया। इस घटना की तत्काल ही विश्वविद्यालय पुलिस को जानकारी दी गई।
पहचान छिपाने बांधी आंखों पर पट्टी-
अपहरण की इस घटना को अंजाम देने वालों में इटहा गांव का ही अमन सिंह बघेल पुत्र वीरेन्द्र शामिल रहा। अशोक उसे पहचान लेता, इसलिए उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी। बताया जा रहा है कि जिस समय अशोक का अपहरण किया गया, अमन-सामने नहीं आया था।
ये हैं आरेपी-
पुलिस ने बताया कि युवक का अपहरण कर भाग रहे आरोपियों के पास से पुलिस ने पिस्टल और तीन जिन्दा कारतूस बरामद किए हैं। घटना में प्रयुक्त जीप भी जब्त कर ली गई है। आरोपियों में अमन सिंह के साथ ही राहुल मिश्रा, पवन तिवारी, शिवम सिंह और रंजन भूर्तिहा शामिल हैं। सगरा पुलिस द्वारा इस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इनकी क्या योजना थी।
यह है पूरा मामला-
पूर्व सरपंच एवं सरपंच पति जावेन्द्र सिंह एवं फुलेल सिंह के यहां 31 जनवरी को चोरी हुई थी। बताया जा रहा है कि चोरी की इस घटना में संदेही के रूप में अशोक सिंह का नाम लिखाया गया। जिस पर पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने एक मार्च को अशोक सिंह को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। वह दिन भर थाने में रहा। पुलिस ने बयान आदि दर्ज करने के बाद उसे यह कहते हुए छोड़ा कि आगे यदि जरूरत लगेगी तो बुलाएंगे। जिस पर अशोक के परिजन ने पुलिस को आश्वस्त कराया था कि जब भी जरूरत होगी, वह हाजिर हो जाएगा। गुरूवार को अपहरण की घटना के बाद यह भी आरोप लग रहा है कि दो फरवरी को जावेन्द्र सिंह आदि ने अशोक को इस बात की धमकी दी थी कि पुलिस से भले ही बच गए हो, लेकिन हम लोगों से नहीं बचोगे। इन सब बातों में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच का विषय है लेकिन अपहरण की इस घटना से इतना तो साफ हो गया कि कहीं न कहीं विवाद बढ़ रहा था। यह भी सौभाग्य रहा कि अपहरण करने वाले चंद मिनट में ही पकड़ गए। यदि ये न पकड़े जाते तो अशोक के साथ कुछ भी हो सकता था।

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