रोड़ा: चिखलदरा के नंदनवन में पर्यटकों को आकर्षित करने वाला महत्वाकांक्षी प्रकल्प स्काई वॉक अटका

चिखलदरा के नंदनवन में पर्यटकों को आकर्षित करने वाला महत्वाकांक्षी प्रकल्प स्काई वॉक अटका
  • आधे में झूल गया स्काई वॉक
  • दो साल कार्य में फूंके लाखों रूपए
  • श्रेय की लड़ाई भी स्काई वॉक में विघ्न

डिजिटल डेस्क, चिखलदरा (अमरावती)। विदर्भ के एक अकेले हिल स्टेशन चिखलदरा में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वर्ष 2019 से निर्माणाधीन एशिया का सबसे बड़ा स्काई वॉक दो वर्षों से आधे में ही झूलकर रह गया है। हरिकेन प्वाइंट से गोराघाट प्वाइंट के बीच की खाई के दोनों छोर तक 413 मीटर के अंतर में साकार हो रहे इस स्काई वॉक के लिए गगन चुंबी दो पिलर का निर्माण कार्य दो वर्षों तक हुआ। लेकिन उसके बाद से अचानक काम ठप पड़ गया। राजनीति में श्रेय की लड़ाई भी स्काई वॉक में विघ्न का कारण बनती रही।

लागत बढ़कर 45 करोड़ के पार : वर्ष 2028-19 में जिला प्रशासन ने चिखलदरा में स्काई वॉक के लिए 34.34 करोड़ रुपए का प्रारूप मंजूर किया था। लेकिन पहले केंद्रीय पर्यावरण, फिर वन विभाग की एनओसी जैसे अनेक विघ्न आते रहे। जिससे 5 वर्षों तक यह प्रकल्प लंबित होता चला गया।

परिणाम स्वरूप स्काई वॉक के निर्माण की लागत बढ़कर 45 करोड़ के पार पहुंच चुकी है। बताया जाता है कि इस लागत वृद्धि को मान्यता मिलने के बाद ही स्काई वॉक का 30 प्रतिशत बचा-खुचा काम निपटा लिया जाएगा। लेकिन इसके लिए सबसे पहले चिखलदरा में सिडको का जिम्मेदार अधिकारी नियुक्त करना जरूरी है।

एक वर्ष पूर्व सिडको के चिखलदरा प्रकल्प के कार्यकारी अभियंता सेवानिवृत्त हो जाने के बाद से यह पद रिक्त पड़ा है। हालांकि उप अभियंता को प्रभार सौंपा गया है, लेकिन नियमित नियुक्ति के बाद ही स्काई वॉक के निर्माण में आर्थिक दिक्कतें दूर हो सकती हंै।

जल्द से जल्द पूरा हो : चिखलदरा में सैलानियों को आकर्षित कर पर्यटन रोजगार को बढ़ावा मिलने के लिए अत्यंत आवश्यक यह स्काई वॉक जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए। क्योंकि नैसर्गिक संपदाओं से घिरे नंदनवन चिखलदरा की कायापलट करने में यह मील का पत्थर साबित होगा । - शैलेष पाल, पूर्व नगर सेवक

Created On :   28 March 2024 10:52 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story