आक्रोश: छोटों के नल कनेक्शन काटे, बड़ों के छोड़े, मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता का घेराव

छोटों के नल कनेक्शन काटे, बड़ों के छोड़े,  मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता का घेराव
  • मनपा से 135 करोड़़ और बड़े बकायादारों से बिल वसूले
  • गर्मी के दिनों में लोग पेयजल से वंचित हो रहे
  • उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, अमरावती । ग्रीष्मऋतु शुरू हो गई है। मार्च माह की शुरुआत में ही पारा बढ़ने लगा है। वहीं मार्च एंडिंग के नाम पर महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण (मजीप्रा) ने जलापूर्ति के बिल बकाया रहने से शहर में नल कनेक्शन काटने की मुहिम चालू दी है। जिसके कारण गर्मी के दिनों में लोग पेयजल से वंचित हो रहेगर्मी के दिनों में लोग पेयजल से वंचित हो रहे हैं। इसी के मद्देनज़र शहर कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को मजीप्रा कार्यालय पर दस्तक दी। मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता नितिन उपरेलु का घेराव करते हुए कड़ी चेतावनी दी कि यदि शहर में नल कनेक्शन काटे गए तो कांग्रेस तीव्र आंदोलन करेगी। पहले अमरावती महानगर पालिका पर जलापूर्ति का बकाया 135 करोड़ रुपए का बिल वसूलें। शहर कांग्रेस अध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व मेयर विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे के नेतृत्व में किए गए इस आंदोलन में महिलाएं भी सम्मिलित हुईं। दोपहर 12 बजे सैकड़ों नागरिकों व पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं के साथ शहर कांग्रेस का मोर्चा सीधे मजीप्रा कार्यालय पर धमक पड़ा। यहां कार्यकारी अभियंता नितिन उपरेलु को कांग्रेसियों ने घेर लिया। जब तक बड़े कारखाने और बड़ी संस्थाओं के जलापूर्ति बिल वसूल नहीं किए जाते, तब तक गरीबों के कनेक्शन काटना बंद करो अन्यथा तीव्र आंदोलन किया जाएगा।

कार्रवाई में अमीर-गरीब का भेदभाव नहीं : शहर में लगभग 50 प्रतिशत लोगों पर मजीप्रा का बकाया है। इस कारण पानी के बिल वसूली के लिए मुहिम छेड़ी है। जिन लोगों के कनेक्शन काटे गए उनमें से अधिकांश लोगों ने कुछ रकम भरकर कनेक्शन शुरू करवाए हैं। लगभग 40 प्रतिशत लोगों के कनेक्शन काटे गए। बकायदारों के लिए पिछले दो साल से अक्टूबर माह तक अभय योजना अमल में लाई थी। जिसका लाभ उठाने का कई बार आह्वान किया गया। किंतु अनेकों ने इसका लाभ नहीं उठाया। कार्रवाई में अमीर और गरीब का भेदभाव नहीं हो रहा। जिन पर बिल बकाया है, उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं। - नितीन उपरेलु, कार्यकारी अभियंता, मजीप्रा

स्लम बस्तियों से सौतेला बर्ताव : पिछले एक सप्ताह से मजीप्रा की ओर से शहर के पश्चिमी इलाके के साथ ही अनेकों गरीब बस्तियों के नल कनेक्शन काटने की मुहिम तेज की है। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष बबलू शेखावत ने आरोप लगाया कि राज्य की सत्तारुढ़ सरकार स्लम क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जहां एक ओर भाजपा प्रणीत सरकार नागरिकों को मुफ्त में घर और बिजली देने का आश्वासन दे रही है। वहीं दूसरी ओर अमरावती शहर में सामान्य नागरिकों को पेयजल से वंचित रखने की साजिश रची जा रही है। इस कारण महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने नागरिकों को पानी का बिल भरने के लिए समय देना चाहिए और नागरिकों के नल कनेक्शन काटने की मुहिम पर रोक लगाना चाहिए। इस समय शहर कांग्रेस अध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, पूर्व महापौर मिलिंद चिमोटे , संजय वाघ, अशोक डोंगरे, मुन्ना राठोड, भालचंद्र घोंगडे, भैयासाहब निचल, वंदना कंगाले, वंदना थोरात, अनिला काजी, योगिता गिरासे, अलका गावंडे, कांचन खोडके, अंजलि उघडे, राजेंद्र महल्ले, डॉ. मतीन अहमद, सलीम मीरावाले, अभिनंदन पेंढारी, पंकज मेश्राम, दिनेश खोडके, अरुण बनारसे, विजय खंडारे, संजय बोबडे, वैभव देशमुख, नसीम खान पप्पू, गुड्‌डू हमीद, अहमद खान , प्रकाश पहुरकर, समीर जवंजाल, सुनील जावरे, अब्दुल नईम, शागीर शाह, संकेत साहू, श्रीधर पुरोहित, संजय पमनानी, निसार एसबी, मुश्ताक शाह, मोहम्मद निजाम, अब्दुल अजीम ठेकेदार, इरफान पठान, अब्दुल शहजाद, जुबेर खान, आमीर शेख, सचिन निकम, संजय मोरे उपस्थित थे।

Created On :   5 March 2024 9:14 AM GMT

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