Bhandara News: नवेगांव-नागझिरा परियोजना: ईएसजेड सीमा रेखा कम होगी, अभी गोंदिया और भंडारा के 216 गांव हैं जद में

नवेगांव-नागझिरा परियोजना: ईएसजेड सीमा रेखा कम होगी, अभी गोंदिया और भंडारा के 216 गांव हैं जद में
  • औद्योगिक विकास, आवास परियोजनाओं और बुनियादी ढांचे के विकास पर लगी रोक हटेगी
  • वनमंत्री गणेश नाईक ने ईएसजेड के पुनर्सीमांकन के दिए आदेश

‌Bhandara News राज्य के वन मंत्री गणेश नाईक ने इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) अर्थात वन आरक्षित क्षेत्र के पुनर्सीमांकन को लेकर दिए गए आदेश से नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प इको सेंसिटिव जोन का फिर से सीमांकन किया जाएगा। इससे औद्योगिक विकास, आवास परियोजनाओं सहित अन्य कामों पर लगी रोक हटेगी और विकास कामों को गति मिलेगी। बता दें कि, नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प क्षेत्र के ईएसजेड के अत्यधिक विस्तार और स्थानीय विकास कार्यों पर लगे प्रतिबंधों को देखते हुए विधायक डाॅ.परिणय फुके लगातार इस मुद्दे को शासनस्तर पर उठा रहे थे।

आखिरकार उनके प्रयास सफल हुए और वन मंत्री गणेश नाईक ने ईएसजेड के पुनर्सीमांकन का आदेश दिया। इससे नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प के ईएसजेड का फिर से सीमांकन किया जाएगा। गौरतलब है कि, नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प के ईएसजेड से गोंदिया और भंडारा जिलों के 216 से अधिक गांव इस क्षेत्र में आ गए। इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास, आवास परियोजनाओं और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास पर गंभीर प्रतिबंध लगा दिए थे। इस कारण स्थानीय नागरिकों, उद्यमियों और किसानों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए विधायक डाॅ. परिणय फुके ने वनमंत्री के समक्ष यह मुद्दा उठाया।

उनकी मांग पर संज्ञान लेते हुए वनमंत्री गणेश नाईक ने संबंधित विभाग को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। इसके अनुसार ईएसजेड का फिर सीमांकन किया जाएगा और इसे व्याघ्र प्रकल्प के बफर जोन के आधार पर तय किया जाएगा। इस तरह पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस निर्णय से एमआईडीसी, आवासीय योजनाएं, सड़कें और अन्य सार्वजनिक परियोजनाएं, जो पिछले कुछ वर्षों से अटकी हुई थी, उन्हें गति मिलेगी। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर के साथ पूरे जिले के विकास को गति मिलेगी। इस संदर्भ में विधायक डाॅ. परिणय फुके ने कहा कि, मैंने ईएसजेड के कारण स्थानीय नागरिकों को होने वाली समस्याओं पर लगातार नजर रखी है। वनमंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और कार्रवाई के आदेश दिए है, जो लोगों की जीत का एक उदाहरण है। यह निर्णय पर्यावरण और विकास के बीच सही संतुलन बनाए रखते हुए लिया जा रहा है। इस निर्णय से नवेगांव-नागझिरा परियोजना के आसपास के गांवों को राहत मिलेगी और गोंदिया-भंडारा जिले की प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। स्थानीय स्तर पर इस निर्णय का स्वागत किया जा रहा है।

Created On :   4 Jun 2025 12:51 PM

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