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Bhandara News: बारिश का कहर : भंडारा में कटी हुई 70 एकड़ धान की फसल हुई बर्बाद

- गुंजेपार / किन्ही के किसानों ने की पंचनामा कर मुआवजे की मांग
- हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान की फसलें उगाई जाती हैं
Bhandara News इस वर्ष किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसलें उगाई है। पिछले कुछ दिनों से इन फसलों की कटाई जोरों पर शुरू थी लेकिन गत दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण लाखांदुर तहसील के गुंजेपार / किन्ही में कुछ किसानों की कटी हुई धान की 70 एकड़ फसल पानी में डूब गई है। ऐसे में प्रभावित धान किसानों ने लाखों रुपए के नुकसान हुआ। सरकार से क्षतिग्रस्त फसलों का पंचनामा कर मुआवजे की मांग की है।
लाखांदुर तहसील में इटियाडोह बांध और कृषि विद्युत पंप सिंचाई सुविधा के तहत हर वर्ष हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान की फसलें उगाई जाती हैं। इस वर्ष तहसील के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न सिंचाई सुविधाओं के तहत कुल 13 हजार 120 हेक्टेयर ग्रीष्मकालीन धान लगाया गया है। वर्तमान में मजदूरों और हार्वेस्टर मशीनों की मदद से इन फसलों की कटाई तेज गति से चल रही है। गुंजेपार / किन्ही के कुछ किसानों ने दो दिन पहले लगभग 70 एकड़ क्षेत्र में धान की फसल काट ली थी। कटी हुई धान की फसल को कटाई से पहले सूखने के लिए खेत में बिखेर कर रखा गया था।
हालांकि, कुछ ही घंटों में अचानक भारी बारिश के कारण इस क्षेत्र में पानी जमा हो गया। सभी फसलें पूरी तरह से जलमग्न हो गईं। किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसल की बुआई से लेकर उत्पादन तक हजारों रुपये खर्च किए थे। फिर भी कटी हुई फसलों के जलमग्न होने से लाखों रुपये के नुकसान से किसानों में भारी आक्रोश है। इसे लेकर मनोहर कुटे, किशोर ठाकरे, घनश्याम टोंडारे, दूधराम कावले, रामभरोसे नवघाड़े, योगेश देशमुख, सुरेश नवघाड़े, प्रमोद तोंडरे, तुलसीदास तोंडरे, नरेंद्र तोंडरे, सुनील सोनटक्के, बालकृष्ण शिवनकर, गिरिधर तोंडरे, शैलेश तोंडरे, शेखर कोकाटे, जयेंद्र देशमुख, नामदेव देशमुख, जयदेव तोंडरे, होमेश्वर सोनटक्के, लता सोनटक्के, यशवंत नवघाड़े समेत अन्य किसानों ने गुंजेपार / किन्ही में क्षतिग्रस्त फसलों का पंचनामा कर शासन से मुआवजे की मांग की है।
Created On :   1 Jun 2025 3:50 PM IST