Vanmali Shikshak Samman: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने बैतूल जिले में शिक्षकों को वनमाली शिक्षक सम्मान से किया सम्मानित

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने बैतूल जिले में शिक्षकों को वनमाली शिक्षक सम्मान से किया सम्मानित
  • शिक्षक समाज की आत्मा: सुबोध कांत शर्मा
  • शिक्षा जीवन मूल्यों का संवहन: डॉ. पंडित कांत दीक्षित

भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा बैतूल जिले के लगभग 125 शिक्षकों को वनमाली शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। यह आयोजन शिक्षकों के समर्पण और शिक्षा क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान को मान्यता देने के उद्देश्य से किया गया है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बैतूल के सुबोध कांत शर्मा, डीपीसी बैतूल, विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ पंडित कांत दीक्षित, वरिष्ठ शिक्षाविद, नीलेश्वर कालभोर, प्राचार्य डीपीआई, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति डॉ. संजीव गुप्ता, विश्वविद्यालय के डीन एडमिशन, डॉ. अनिल तिवारी, संतोष उपाध्याय, स्टेट कोऑर्डिनेटर आईसेक्ट और आईसेक्ट बैतूल से प्रदीप राठौर, योगेश मालवीय, राजा कोटे उपस्थित रहे।

अपने उद्बोधन में सुबोध कांत शर्मा ने कहा कि शिक्षक समाज की आत्मा होते हैं। शिक्षा के माध्यम से वे आने वाली पीढ़ी को न केवल ज्ञान देते हैं, बल्कि सही दिशा भी दिखाते हैं। उनका परिश्रम और समर्पण ही विद्यार्थियों को अच्छे नागरिक बनाता है। ऐसे कार्यक्रम शिक्षकों को नई ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करते हैं।

इस अवसर पर डॉ पंडित कांत दीक्षित ने कहा कि शिक्षा केवल जानकारी देना नहीं है, बल्कि जीवन मूल्यों का संवहन करना है। एक अच्छा शिक्षक समाज में परिवर्तन का वाहक होता है। शिक्षक अपने आचरण से विद्यार्थियों को जीवन की दिशा दिखाते हैं। उनके योगदान को शब्दों में बांधना संभव नहीं। इस सम्मान से निश्चित ही उनका मनोबल बढ़ेगा।

वहीं डॉ. संजीव गुप्ता ने सभी अतिथियों और शिक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि आरएनटीयू सदैव शिक्षकों को समाज के सच्चे निर्माता मानता है। शिक्षकों की मेहनत और निष्ठा ही राष्ट्र की प्रगति की आधारशिला है। यह सम्मान उनके प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है। आने वाले वर्षों में भी आरएनटीयू इसी तरह शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करता रहेगा। उन्होंने सभी शिक्षकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम में बैतूल जिले के सभी ब्लॉकों- बैतूल, मुलताई, भैंसदेही, शाह्पुर, आमला, प्रभात पट्टन, घोडाडोंगरी और चिचोली से आए शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बैतूल जिले के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Created On :   15 Sept 2025 7:08 PM IST

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