Chandrapur News: जंगल में लकड़ियां काट रहा था किसान अचानक घसीटकर ले गया बाघ

जंगल में लकड़ियां काट रहा था किसान अचानक घसीटकर ले गया बाघ
दूसरे दिन अलग-अलग जगह बिखरे पड़े मिले शरीर के टुकड़े

Chandrapur News ब्रह्मपुरी तहसील के मेंडकी के पास जवराबोडी मेंढा जंगल में लकड़ियां काट रहे किसान पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे किसान की मौत हो गई। यह दिल दहला देने वाली घटना सोमवार की सुबह सामने आई। किसान लकड़ियां काटने जंगल गया था। जब वह रात तक घर नहीं लौटा, तो उसके परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी तलाश की और जंगल में उसके शरीर के टुकड़े अलग-अलग जगहों पर बिखरे पड़े मिले। मृतकिसान का नाम भास्कर गोविंदा गजभिये (62) है, जो मेंडकी निवासी है।

ब्रह्मपुरी तहसील के मेंडकी के किसान भास्कर गोविंदा गजभिये रविवार को मेंडकी के पास जवराबोडी-मेंढा जंगल में लकड़ियां काटने अकेले गए थे। खेत में धान की खेती हो रही थी, इसलिए उन्हें धान को बांधने के लिए सिंदी की जरूरत थी, इसलिए वे गए थे। गजभिये रविवार शाम तक घर नहीं लौटे। सोमवार की सुबह परिजनों और ग्रामीण उसे ढूंढने निकले,

ढूंढते हुए उन्हें एक जगह उसकी साइकिल और उसके पास एक बोतल पड़ी मिली। थोड़ा आगे जाने पर शरीर के अंग अलग-अलग जगहों पर बिखरे पड़े थे। कुछ लोगों ने तुरंत मेंडकी के ग्रामीणों को सूचित किया। वन विभाग और पुलिस को भी सूचित किया गया। नागरिक घटनास्थल पर पहुंचे। वन रेंज अधिकारी (मेंडकी) और पुलिस भी मौके पर पहुंचे। शरीर के अंगों को एक स्थान पर एकत्र किया गया, जिसके बाद पंचनामा किया गया और शव पोस्टमार्टम के लिए ब्रह्मपुरी भेज दिया गया।

15 दिन से क्षेत्र में देखे जा रहे बाघ : पिछले पंद्रह दिनों से इस इलाके में बाघ देखे जा रहे हैं और हाल ही में कुछ जानवरों को मारने की घटनाएं भी हुई हैं। इसके बावजूद, वन विभाग ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है। आखिरकार, आज जब किसान उसी इलाके में गया, तो वह बाघ के हमले का शिकार हो गया। बाघ के हमले से परिसर में दहशत फैल गई है।

ग्रामीणों का आरोप-वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा : भास्कर गजभिये के परिवार में एक बेटा, बहू और पोता है। दो साल पहले एक दुर्घटना में उनकी पत्नी की मौत हो गई थी, जबकि एक साल पहले उनके बेटे का निधन हो गया था। घर का मुखिया जाने से परिवार गहरे दुख में है। घटना से मेंडकी और जवराबोडी मेंढा क्षेत्र के नागरिकों में दहशत फैल गई है। नागरिकों ने बाघ पर तुरंत नियंत्रण, मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और जंगल में नियमित गश्त की मांग की है। बार-बार बाघ देखे जाने के बावजूद, वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, जिससे ग्रामीण उस पर निष्क्रियता का आरोप लगा रहे हैं।


Created On :   11 Nov 2025 2:58 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story