नागपुर और हिंगणघाट के कवियों ने बांधा समा, एक से एक कविताएं और गज़ल पेश की

नागपुर और हिंगणघाट के कवियों ने बांधा समा, एक से एक कविताएं और गज़ल पेश की
  • नागपुर और हिंगणघाट के कवियों ने बांधा समा
  • कविताएं और गज़ल पेश की

डिजिटल डेस्क, हिंगणघाट। शहर में जानेमाने कवियों ने अपनी एक से बढ़कर एक रचनाएं पेश की। इस मौके पर शायर और रिटायर्ड शिक्षक मजिदबेग मुगल 'शहजाद' ने अपनी गज़लें पेशकर जामकर वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम में मुख्य तौर से मोहम्मद अजीज शामिल हुए। जरीना बोहरा की अकीदत में प्रोग्राम बड़ी धूमधाम से "जरीना मंजिल" यानी सज्जाद हुसैन बोहरा के घर आयोजित किया गया था। जिसमें कवि यादव कुमार वियनवार की अध्यक्षता में कवियों ने खासा समा बांधा।


कार्यक्रम का संचालन मजीदबेग मुगल 'शहजाद' ने किया। इस मौके चंगेज खान कवियों का स्वागत किया। कवियों में सतपाल मदान,डॉ रविपाल भालचंद्र, जनाब आरिफ काजी, अमानी कुरैशी, राजश्री विरूलकर, नरेन्द्र गंधारे, अमजद खान ने गजल और कविताएं पेश की।

दामोदर वानखेड़े ने अपनी‌ नज़्म और गज़ल पेश की। हिन्दी, मराठी, उर्दू भाषा में रचनाएं पढ़ी गई। अंत में आभार सज्जाद हुसैन बोहरा ने व्यक्त किया, साथ ही शम्मा जलाई गई।



Created On :   10 July 2023 2:30 PM GMT

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