जेल में बंद कैदी की संदिग्ध मौत, परिजनों ने मजिस्ट्रेट से की जांच की मांग

A prisoner death in jail, Relatives demanded inquiry from magistrate
जेल में बंद कैदी की संदिग्ध मौत, परिजनों ने मजिस्ट्रेट से की जांच की मांग
जेल में बंद कैदी की संदिग्ध मौत, परिजनों ने मजिस्ट्रेट से की जांच की मांग

डिजिटल डेस्क, बालाघाट। बीती रात जिला जेल में बंद एक कैदी की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई जंहा कैदी की मौत के बाद जेल के कैदी की सुरक्षा पर सवाल खडे होने लगे है। ज्ञात हो मृतक कैदी करणसिंह पिता धीरज सिंह सौलंकी 43 वर्ष जिले के बहेला थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सैहकी निवासी है जिसे स्वंय के घर में आग लगाने के अपराध में 28 मार्च 2014 को  धारा 429, 436 के तहत 4 वर्ष की की सजा सुनाई गई थी। लेकिन अपराध की सजा भुगत रहे कैदी करणसिंह की बिती रात्रि अचानक तबियत खराब हो गई थी।

बताया जा रहा है कि तबियत खराब होने पर उसे उपचार के लियें जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था कि जंहा रास्ते में उसने दम तोड दिया। जंहा अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेल अधीक्षक विदित सिरवैया ने बताया कि कैदी मृतक करण सिंह पिता धीरज सिंह जो मानसिक रूप से अस्वस्थ्यता था, जिसकी समय-समय पर मेडिकल जांच जबलपुर मेडिकल हास्पिटल व ग्वालियर के अस्पताल में जांच व ईलाज करवाया गया था। जब रात में उसे सिरदर्द और स्वास्थ्य खराब होने पर जिला अस्पताल भेजा गया था। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इधर मामले में मृतक के बडे भाई धरम सिंह ने भाई की मौत पर सन्देह जाहिर कर हत्या करने का आरोप लगाया है साथ ही मामले में जांच की मांग की है। अपने ब्यानो में धरम सिंह ने बताया 6 महिने पहले अपने भाई मृतक करणसिंह से मिलने आया था तो उस समय वह बिल्कुल ठीक था,लेकिन उसकी दिमागी हालत ठीक नही थी। उन्होने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस प्रशासन को उसका ईलाज व जांच करवाना था मै इस घटना पर संदेह व जांच की मांग करता हूं। बहरहाल जेल में निरुद्ध कैदी की मौत कैसे हुई यह तो पीएम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।

ज्ञात हो पूर्व में भी जिला जेल बालाघाट में विचाराधीन कैदी 22 वर्षीय अजय घोषी ने दवा का अधिक मात्रा में सेवन करके आत्महत्या करने का प्रयास किया था जिसे गंभीर हालात में जिला चिकित्सालय उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। जंहा कैदी अजय ने जेल के तीन कैदियों पर मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताडित करने का का आरोप लगाया और  जेल में सजा याफ्ता कैदी अनिल पिता तुलसीराम मदनकर के साथ जेलर द्वारा मारपीट किए जाने का आरोप कैदी के भाई अरुण मदनकर ने लगाया है। उन्होंने इस मामले की एसडीएम से शिकायत भी की थी। और तीसरी यह घटना जंहा एक कैदी की सदिग्ंध स्थिति में मौत हो गई है। जहां इस घटना से एक बार फिर जेल में निरुद्ध कैदी की सुरक्षा पर सवाल खडा हो गया है।

Created On :   8 Jan 2018 11:06 PM IST

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