मदन महल दरगाह के इर्दगिर्द चला बुल्डोजर, 22 दुकानें और मकान जमीनदोज

Administration remove houses and shops near the Madan Mahal Dargah area
मदन महल दरगाह के इर्दगिर्द चला बुल्डोजर, 22 दुकानें और मकान जमीनदोज
मदन महल दरगाह के इर्दगिर्द चला बुल्डोजर, 22 दुकानें और मकान जमीनदोज

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मदन महल पहाड़ी पर काबिज कब्जों को हटाने की कार्रवाई मंगलवार से वहां निर्मित दुकानों को तोड़ने से शुरु हुई। जिला प्रशासन और नगर निगम के अमले ने कार्रवाई आरंभ करते हुए पहाड़ी पर स्थित दुकानों और एक मकान को तोड़ा गया। 

पता चला है कि, मदन महल किले के 300 मीटर के दायरे में आने वाले निर्माणों को तोड़ने की शुरुआत करते हुए पहाड़ी पर स्थित दरगाह के पास बनी दुकानों और मकान को तोड़ा गया है। एसडीएम मनीषा वासक्ले व निगम उपायुक्त राकेश अयाची के नेतृत्व में हुई कार्रवाई कार्रवाई के दौरान करीब 22 दुकानें हटाई गईं। इनमें से दो दुकानें कच्ची व बाकी पक्की बनी हुई थीं। इसके अलावा मौके पर एक मकान को भी तोड़ा गया।
तोड़े गए मकान में रहने वालों को रामपुर बृजमोहन नगर में विस्थापित किया गया है। इसके साथ ही तोड़ी गई दुकानों के लायसेंस आदि की जांच की जा रही है।

सूत्रों की मानें तो यदि दुकानदारों के पास व्यापार करने के संबंध में पुख्ता दस्तावेज उपलब्ध मिलते हैं, तो नियमानुसार उन्हें भी बसाने की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि किले के 300 मीटर दायरे में 100 से भी ज्यादा मकान और करीब 22 दुकानों को चिन्हित करने की कार्रवाई रविवार को की गई थी। इससे पूर्व दुकानों को हटाने की प्रक्रिया सोमवार को पूरी की जानी थी, लेकिन विभिन्न कारणों को वजह से कार्रवाई को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था। 

जिनके कब्जे हटे वे शांत, जिनके हटने हैं वे नाराज
कब्जों को हटाने की कार्रवाई के दौरान जिन लोगों के निर्माण तोड़े जा रहे थे, उन्होंने प्रशासन की कार्यवाही का ज्यादा विरोध नहीं किया। बल्कि, विरोध करने और नाराजगी जताने वे लोग पहुंचे जिनके निर्माण आने वाले दिनों में तोड़ने की योजना है। दरअसल, जिला प्रशासन और निगम के अधिकारी जब मौके पर कार्रवाई का निरीक्षण कर रहे थे, तभी कुछ लोगों ने इस बात को लेकर विरोध जताया कि वे किसी भी हालत में पहाड़ी पर से नहीं जाएंगे, भले ही उनके निर्माणों को तोड़ ही क्यों न दिया जाए।

आखिरकार अधिकारियों ने उन्हें समझाईश दी कि उन्हें बेघर नहीं किया जा रहा है, उनका विस्थापन किया जा रहा है। इस दौरान कुछ ऐसे लोग भी आए जिन्होंने अपने नाम नोट करने को कहा, ताकि उन्हें विस्थापन के बाद उन्हें मकान मिल सकें। 

कुप्पी लेकर किया हाई वोल्टेज ड्रामा
एक वक्त ऐसा भी आया जब मौके पर हाई वोल्टेज ड्रामा भी चला। एक महीला ने कैरोसीन छिड़ककर आत्महत्या की धमकी दी। महिला की बातें सुनते ही मौके पर हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई। आनन-फानन में प्रशासन व निगम के अमले ने बीच-बचाव करते हुए महिला के हाथ से कैरोसीन छीन लिया। इसके बाद अफसरों ने महिला को समझाया और कार्रवाई स्थल से दूर भेज दिया। 

खाली करने नोटिस जारी, 10 से हो सकती है कार्रवाई
मदन महल किले के आसपास की दुकानों को हटाने के साथ-साथ बाकी के कब्जाधारियों को अपने मकान खाली करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। कलेक्टर छवि भारद्वाज ने इस दिशा में आदेश जारी कर अवैध कब्जा करने वालों को नोटिस भेजने के निर्देश दिए थे। नोटिस में कहा गया है कि नियमानुसार किसी भी पुरातात्विक महत्व वाले स्थल के 300 मीटर में निर्माण नहीं किए जा सकते। इसी के चलते मदन महल किले के आसपास निर्धारित परिधि में बने निर्माणों को हटाया जाना है। नोटिस में कब्जाधारियों को 9 अगस्त तक का समय दिया गया है। सूत्रों की माने तो नोटिस की मियाद खत्म होने के बाद 10 अगस्त से निर्माणों को हटाने की कार्रवाई शुरु की जा सकती है। 

कार्रवाई जारी रहेगी
मदन महल पहाड़ी को कब्जामुक्त कराने के लिए कार्रवाई शुरु की गई है। आला अधिकारियों के निर्देशों पर यह आगे भी जारी रहेगी। फिलहाल दुकानों को हटाया गया है व तोड़े गए मकान में रहने वाले परिवार को बृजमोहन नगर में विस्थापित किया गया है।
मनीषा वासक्ले, एसडीएम गोरखपुर 

Created On :   8 Aug 2018 8:47 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story