जनहित याचिका में हाईकोर्ट के नोटिस होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कराई

After the notice of the High Court in the PIL, the Health Department started
जनहित याचिका में हाईकोर्ट के नोटिस होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कराई
विजयराघवगढ़ को 8 साल बाद मिली सोनोग्राफी मशीन की सौगात जनहित याचिका में हाईकोर्ट के नोटिस होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कराई

डिजिटल डेस्क,कटनी। सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ में आठ साल बंद पड़ी सोनोग्राफी मशीन शुक्रवार को चालू की गई। जिससे यहां की गर्भवती महिलाओं को मिलेगी राहत मिलेगी और सोनोग्राफी के लिए कटनी नहीं जाना पड़ेगा। इसके बाद भी रिपोर्ट के लिए महिलाओं को इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि आईडी जनरेट होने  के बाद ही रिपोर्ट मिल सकेगी। ज्ञात हो कि  सोनोग्राफी मशीन चालू नहीं होने और गर्भवती महिलाओं को होने वाली समस्याओं को लेकर अधिवक्ता ब्रह्ममूर्ती तिवारी ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की थी।

उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर होने के महज 36 दिन बाद ही स्वास्थ्य विभाग को सोनोग्राफी मशीन चालू करने विवश होना पड़ा। 17 नवंबर को दायर की थी, 21 नवंबर को न्यायालय से प्रदेश सरकार को नोटिस जारी हुआ, 2 जनवरी 2023 को सरकार को जवाब प्रस्तुत करना था पर उसके पहले ही 23 दिसंबर को मशीन चालू हो गई। शुक्रवार को जिला अस्पताल में पदस्थ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. आरके अठ्या ने बीएमओ डॉ. विनोद कुमार की उपस्थिति में सिविल अस्पताल पहुंचकर महिला चिकित्सक डॉ. धनेश्वरी राज सिंह को बारीकियां समझाईं। डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि 24 मार्च 2014 को  सोनोग्राफी मशीन सिविल अस्प्ताल को मिली थी जो रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण चालू नहीं हो सकी थी।

इसके बाद वर्ष 2017 में महिला स्वास्थ्य शिविर के दौरान सोनोग्राफी मशीन जिला अस्पताल भेज दी गई थी जो 1 जुलाई 2021 को सिविल अस्पताल को वापस मिली थी। डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के पेट में शिशु की स्थिति की प्राथमिक रूप से इसकी जानकारी सोनोग्राफी के माध्यम से दी जा सकेगी। आईडी जेनरेट न होने के कारण सोनोग्राफी रिपोर्ट नहीं दी जाएगी।

 

Created On :   24 Dec 2022 8:25 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story