असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अधिकारियों ने बताया, बीते चार हफ्तों में बिश्वनाथ, तिनसुकिया, लखीमपुर, बनगाइगांव, कामरूप, गोलाघाट, शिवसागर, मोरीगांव, धुबरु, नगांव, नलबारी, बारपेटा, धेमाजी, उदलगुड़ी, गोलपारा और डिब्रूगढ़ जिलों में बाढ़ की वजह से 59 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 22 मई से अबतक विभिन्न जगहों पर भूस्खलनों में 26 लोग मारे गए हैं।
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Assam Floods: असम में बाढ़ से तबाही, 59 लोगों की मौत, 30 जिलों के 45 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

हाईलाइट
- असम में बाढ़ के कारण स्थिति गंभीर
- राज्य में अब तक 59 लोगों ने गंवाई जान
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। असम में बाढ़ का कहर जारी है। इसकी चपेट में आने से राज्य में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, बुधवार तक असम के 30 जिलों के 45 लाख 40 हजार 890 लोग प्रभावित हुए हैं। लोगों के घरों में पानी भर चुका है। बाढ़ के कारण हालात बिगड़ने के बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
59 people dead and 45,40,890 affected across 30 districts due to floods in the state as of 14th July: Assam State Disaster Management Authority (ASDMA) pic.twitter.com/O76nvafPEn
— ANI (@ANI) July 15, 2020
असम में मंगलवार को बाढ़ की वजह से पांच जिलों में कम से कम नौ लोगों की मौत हुई, जिससे यहां बांढ़ में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है। राज्य के 33 में से 30 जिले बाढ़ ग्रस्त हैं और 45 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ के कारण 66 जानवरों की मौत
काजीरंगा नेशनल पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा जलमग्न हो गया है। बाढ़ की चपेट में आने से अबतक 66 जानवरों की मौत हो चुकी है, जबकि 170 जानवर रेस्क्यू किए गए हैं।
Assam: Due to floods, 80% of Kaziranga National Park is submerged in water. P Sivakumar, Director, Kaziranga National Park says, "So far, 66 animals have died and 170 animals were rescued." pic.twitter.com/sWhojRBUmG
— ANI (@ANI) July 15, 2020


अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को धुबरी और मोरीगांव में दो लोगों की डूबने से मौत हो गई, लेकिन इन मौतों का बाढ़ से कोई संबंध नहीं है। राज्य के 12 जिलों में ब्रह्मपुत्र समेत आठ नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। एएसडीएमए के अधिकारियों ने कहा, बाढ़ ग्रस्त जिलों के 3,371 गावों के लाखों लोग प्रभावित हैं और 28 जिलों की 128,495 हेक्टेयर कृषिभूमि भी इसकी चपेट में है।

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