ऑडियो वायरल - शहडोल जोन के एडीजी को धमकी दे रहा है एक कबाड़ी!

Audio Viral - A junk is threatening Shahdol Zones ADG!
ऑडियो वायरल - शहडोल जोन के एडीजी को धमकी दे रहा है एक कबाड़ी!
ऑडियो वायरल - शहडोल जोन के एडीजी को धमकी दे रहा है एक कबाड़ी!

आप नाजायज काम करवा रहे हो, मेरे पास लेनदेन का वीडियो है, गाड़ी तुरंत नहीं छूटी तो सबको भेज दूंगा
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
पिछले दिनों वायरल हुए दो ऑडियो की जांच अभी चल ही रही है कि रविवार को एक ऑडियो वायरल हो गया। यह पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से जुड़ा है, जिसमें एक कबाड़ी उनको धमकी देते सुनाई दे रहा है। कबाड़ी कह रहा है कि आप नाजायज काम करवा रहे हो, मेरे पास लेनदेन की पूरी वीडियोग्राफी है। मेरी गाड़ी नहीं छूटी तो मैं इसे सब जगह भेज दूंगा। आपका नुकसान हो जाएगा। बताया जा रहा है कि यह बातचीत जबलपुर के कबाड़ कारोबारी और शहडोल जोन के एडीजी जी. जनार्दन के बीच की है।  ऑडियो करीब तीन माह पुराना जुलाई का है। नौरोजाबाद पुलिस ने एक कबाड़ की गाड़ी पकड़ी थी। गाड़ी में डिस्मेंटल वाली गाड़ी ले जाई जा रही थी। उसी गाड़ी को छुड़वाने के लिए कबाड़ कारोबारी ने एडीजी को फोन किया था, लेकिन वायरल ऑडियो में जोन के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी के साथ वह जिस लहजे में बात कर रहा है, वह पुलिस और अवैध कारोबारियों के बीच मजबूत गठजोड़ की ओर इशारा कर रहा है।  कबाड़ कारोबोरी और पुलिस के बीच गठजोड़ की आशंका इसलिए भी और बल मिलता है, क्योंकि ऑडियो में कबाड़ कारोबारी पुलिस अधिकारी को लगातार धमका रहा है।
वह पुलिस अधिकारी की कोई बात सुनता ही नहीं है। सिर्फ अपनी बात कहता है। यहां तक कि बातचीत के दौरान ही किसी अन्य व्यक्ति का नाम लेते हुए गंदी गाली भी देता है, लेकिन संबंधित अधिकारी कबाड़ कारोबारी की बातों का प्रतिकार तक नहीं कर पाते हैं। सिर्फ इतना कहते हैं कि कागज है क्या। कागज दिखा दो। 
एक माह के भीतर तीसरा ऑडियो
पिछले एक माह के भीतर यह तीसरा ऑडियो है, जिसमें लेनदेन के आरोप लग रहे हैं। सबसे पहले रेत कारोबारी और गोहपारू रेंजर के बीच लेनदेन संबंधी बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। इसके बाद परिवहन विभाग के फ्लाइंग स्क्वाड प्रभारी और ट्रक संचालक के बीच इस तरह का एक ऑडियो वायरल हुआ और अब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का ऑडियो आया है। 
ओवर लोडिंग में पकड़ी थी गाड़ी
करीब तीन माह पहले लोहा लेकर आ रही गाड़ी को ओवरलोडिंग के मामले में पुलिस ने पकड़ लिया था। गाड़ी के कागजात व परिवहन संबंधी दस्तावेज दिखाने के बाद गाड़ी नहीं छोड़े जाने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से शिकायत की थी। उसके बाद पुलिस ने अपने जेब से चालानी राशि जमा कर गाड़ी छोड़ी थी। - शमीम कबाड़ी, जबलपुर 
कबाड़ी की धमकी - ऐसा न हो आपका भी काम हो जाए ...
कबाड़ी कारोबारी : हां जी नमस्कार...साहब, हमारे और आपके संबंध ऐसे नहीं हैं कि आप हमारी गाड़ी पकड़ लेंगे। नंबर एक का माल पकड़वा रहे हैं। यह अच्छी बात नहीं है, मेरे को तकलीफ हो रही है। 
एडीजी : उसमें जांच की गई है। 
कारोबारी : बीच में ही बोलते हुए, हां ठीक है साहब, ऐसा न हो वी मधुकुमार की तरह आपका भी काम हो जाए। मेरे पास पूरा वीडियो है, वीडियोग्राफी आपकी, लेनदेन की पूरी बात है। आप मेरी गाड़ी छुड़वाइए ऐसा न हो आपका नुकसान हो जाए। मेरा ईमानदारी का माल है।
एडीजी : गाडी का कागज है...
कारोबारी : सब कुछ कागज है.. किसी अनीश का नाम लेते हुए गाली देते हुए आप उसके कहने पर गाड़ी पकड़वा रहे हो। 
एडीजी : कागज दिखवा दो..
कारोबारी : चिल्लाते हुए...नहीं सब कुछ दिखवा दिया है। वह बोलता है आईजी का प्वाइंट है। मैं अभी सबको वॉट्सएप करूंगा। पुलिस डिपार्टमेेंट में ऊपर जाकर आपकी शिकायत करूंगा। आपका नुकसान होगा। मेरी गाड़ी छूटनी चाहिए।
एडीजी : कोई इन्फार्मेशन आता है तो... 
कारोबारी : बीच में ही काटते हुए...इन्फार्मेशन है तो यह सही थोड़ी है कि आप जायज माल पकड़ेंगे। ये अच्छी बात नहीं है। आप नाजायज काम कर रहे हो, चोरी करवा रहे हो, पीतल तांबा चोरी करवा रहे हो। मेरा नंबर एक का माल है, आपका नुकसान हो जाएगा। 
इनका कहना है
करीब 3 माह पुराना मामला है। हमारे पास एक इनपुट आया था कि कबाड़ की एक गाड़ी जा रही है। हमने नौरोजाबाद थाने को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। नौरोजाबाद पुलिस ने गाड़ी को पकड़ा और धारा 102 में जब्त किया। जबलपुर के कबाड़ी शमीम ने फोन पर कहा था हमारा एक नंबर का माल है, क्यों पकड़े हो। हमने बोला था, एक नंबर का माल है तो कागज दिखाओ और गाड़ी ले जाओ। वह कागज लेकर आया था, लेकिन ट्रांसपोर्ट बोलकर एक पुरानी गाड़ी को डिस्मेंटल करके दूसरी गाड़ी में ले जा रहा था। डिस्मेंटल वाहन के लिए आरटीओ से परमिशन लेनी पड़ती है। बिना परमिशन के वाहन को डिस्मेंटल करके भेजे जाने पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 10 हजार का फाइन हुआ था। ऑडियो में लगाए गए आरोप के बारे में कहा कि कबाड़ में अच्छे खासे पैसा कमाने पर ऐसी बात करते हैं। देखते हैं इसको। 
-जी. जनार्दन, एडीजी शहडोल जोन

Created On :   12 Oct 2020 8:13 AM GMT

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