हत्या के आरोपियों के घर में तोडफ़ोड़ कर दुकान जलाई

Burning shop in the house of those accused of murder
हत्या के आरोपियों के घर में तोडफ़ोड़ कर दुकान जलाई
हत्या के आरोपियों के घर में तोडफ़ोड़ कर दुकान जलाई

डिजिटल डेस्क जबलपुर। मझगवाँ थाना क्षेत्र के समीपी ग्राम सतधारा कुम्ही में प्रधानमंत्री आवास की जमीन पर निर्माण को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति की हत्या के बाद कोहराम मच गया। मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर जमकर हंगामा किया। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस अधिकारियों को घेर लिया और फिर हत्या के आरोपियों के घरों व दुकान में तोडफ़ोड़ कर आग लगा दी। बेकाबू होती  भीड़ ने पुलिस वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने अश्रुगैस छोड़ी और बल प्रयोग कर भीड़ तो तितर-बितर किया। घंटों चले हंगामे के बाद गाँव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिए जाने के बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। ज्ञात हो कि राम किशन कुम्हार के कब्जे की जमीन पर पीएम आवास योजना से मकान बनाने को लेकर गुड्डा उर्फ गोविंद राय, प्रकाश राय, सुदर्शन राय एवं रामचरण राय से विवाद हुआ था, जिसके बाद इन लोगों ने मिलकर  रविंद्र कुम्हार व उसकी बहू  भागवती बाई पर फावड़े व लाठी से हमला कर दिया था। हमले में रविंद्र कुम्हार की मौत हो गयी थी वहीं उसकी बहू भागवती जो कि गर्भवती है गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को आरोपी बनाया था और तीन को गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के बाद बुधवार की रात परिजनों ने मृतक रविंद्र का शव ले जाकर थाने में प्रदर्शन किया था और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की माँग की थी। इसी माँग को लेकर गुरुवार को कुम्ही सतधारा में जमकर बवाल मचा रहा। 
अधिकारियों को ग्रामीणों ने घेरा 
 
हत्या की वारदात से गाँव में आक्रोश को देखते हुए गुरुवार की सुबह एसडीओपी भावना मरावी व सिहोरा टीआई गिरीश धुर्वे मृतक के परिजनों से मिलने उनके गाँव पहँुचे, तो वहाँ आक्रोशित ग्रामीणों ने अधिकारियों को घेर लिया। उनका कहना था कि जमीन पर कब्जा को लेकर एक माह से विवाद चल रहा था, जिसकी शिकायत पुलिस से किए जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गयी, जिसके चलते रविंद्र कुम्हार की हत्या कर दी  गयी। उन्होंने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की माँग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। बेकाबू हुई भीड़ ने आरोपियों के घरों व दुकान में जमकर तोडफ़ोड़ करते हुए आग लगा दी। एसडीओपी सिहोरा व खितौला थाने के वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की गयी। 
बामुश्किल काबू में आयी भीड़ 
 घटना को लेकर ग्रामीणों के बेकाबू होने व स्थिति बिगड़ती देख आसपास के कई थानों की पुलिस को बुलाकर पूरे गाँव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया, उसके बाद भीड़ शांत हुई। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को काबू  में करने अश्रुगैस के गोले छोड़े और बल का प्रयोग भी किया। इस दौरान हुए पथराव में एसआई व एक सिपाही घायल हो गया था। स्थिति काबू में आने के बाद पुलिस की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। 
सामान बाहर निकालकर लगाई आग
 प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ग्रामीणों की भीड़ इतनी आक्रोशित हो गई  थी कि  पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में हत्या के आरोपियों के घरों में घुसकर सामान बाहर सड़क पर फेंका और फिर आग लगा दी गई, जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो भीड़ ने पुलिस वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी।  पी-2 
इनका कहना है
हत्या के विरोध में आगजनी कर पुलिस वाहनों में तोडफ़ोड़ करने वाले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। 
श्रीमती भावना मरावी, एसडीओपी

Created On :   20 Dec 2019 8:10 AM GMT

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