11 साल में पहली बार क्लेम किया, उसे भी रिजेक्ट किया

डिजिटल डेस्क, नागपुर. कोविड संक्रमण के दौरान कई बीमा धारकों ने क्लेम किया था, लेकिन बीमा कंपनियों द्वारा उनका क्लेम रिजेक्ट कर दिया गया। बीमा कंपनी ने कैशलेस पॉलिसी का वादा किया था, लेकिन कोविड काल में भर्ती होने के पहले ही अस्पतालो में एडवांस राशि जमा कराई गई। पॉलिसी होने के बाद भी बीमा धारकों को जेब से अस्पताल का बिल भरना पड़ा। ऐसा ही कुछ हुआ एक उपभोक्ता के साथ।
आधा अमाउंट देकर सैटल कर दिया
अनिरुद्ध (परिवर्तित नाम) ने बताया-मैंने जून 2011 में स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ली थी। परिवार के 4 सदस्यों को मिलाकर 3 लाख का कवर था। बोनस अमाउंट के बाद पॉलिसी 4 लाख 50 हजार की हो गई थी। मई 2021 में मैं कोरोना संक्रमित हो गया। हालत गंभीर होने से अस्पताल में भर्ती हुआ। प्लाज्मा और रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगाए गए। बिल लगभग 3 लाख रुपए बना। दवा का खर्च अलग था। डिस्चार्ज होने के बाद कंपनी को क्लेम के लिए अप्रोच किया। कंपनी ने केवल डेढ़ लाख रुपए ही क्लेम की राशि दी। शेष राशि के लिए कहा तो कंपनी ने दो टूक कहा-इससे ज्यादा क्लेम नहीं दिया जा सकता। मैंने जब से पॉलिसी ली है, तब से पहली बार ही क्लेम के लिए अप्रोच किया था। इतने वर्ष प्रीमियम भरने के बाद भी कंपनी क्लेम नहीं दे रही है। यह हम जैसे ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी है।
Created On :   22 July 2022 5:47 PM IST