सरहद पर तनाव से बदला डिलेवरी प्वॉइंट, मुंबई की जगह अब इलाहाबाद पहुँचेगा युद्धक वाहनों का काफिला

Delivery point replaced by tension on the outskirts, now the convoy of war vehicles will reach Allahabad
सरहद पर तनाव से बदला डिलेवरी प्वॉइंट, मुंबई की जगह अब इलाहाबाद पहुँचेगा युद्धक वाहनों का काफिला
सरहद पर तनाव से बदला डिलेवरी प्वॉइंट, मुंबई की जगह अब इलाहाबाद पहुँचेगा युद्धक वाहनों का काफिला

141 व्हीकल्स की रवानगी तय , इस बदलाव में एक्सपायर हो गई डीपी , बाद में रक्षा मंत्रालय से मिली हरी झंडी
डिजिटल डेस्क जबलपुर । इंडो-चाइना बॉर्डर पर बढ़ते तनाव की वजह से सेना को सप्लाई होने वाले युद्धक वाहनों का डिलेवरी प्वॉइंट बदल गया है। मुंबई जाने वाले 141 वाहन अब इलाहाबाद के लिए रवाना होने जा रहे हैं। हालाँकि डिलेवरी प्वॉइंट में बदलाव और कोविड-19 की वजह से वाहनों को सही वक्त पर डिस्पैच नहीं किया जा सका और डिलेवरी पीरियड (डीपी) ही एक्सपायर हो गया। 
वाहन निर्माणी में तकरीबन डेढ़ सैकड़ा वाहनों का लॉट रवानगी के लिए तैयार खड़ा है। जानकारों का कहना है कि इसमें से 75 एलपीटीए तथा 66 वाटर ब्राउजर हैं। 
डिफेंस मिनिस्ट्री से दोबारा परमीशन
वाहनों की डिलेवरी में डीपी का सबसे बड़ा अड़ंगा रहा। दरअसल, कोरोना संक्रमण की शुरूआत से ही निर्माणियों में भी उत्पादन की रफ्तार रुक सी गई। बाद में भी उत्पादन में उतनी तेजी नहीं आ पाई। दूसरी तरफ इससे पहले ही रक्षा मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए थे कि मुंबई में डिलेवर होने वाले एलपीटीए की लोकेशन बदलकर इलाहाबाद की जा रही है। कुल मिलाकर वाहन तय समय डिस्पैच नहीं हो सके। इसके लिए निर्माणी ने रक्षा मंत्रालय में नई डीपी के लिए अर्जी लगाई। हालाँकि जरूरी औपचारिकता को पूरी करने के साथ ही मंजूरी हासिल हो गई। 
अब बारिश ने अड़ंगा लगाया 
वीएफजे के सेक्शन टीजी-7 में इतना पानी भरा कि वाहनों की डिलेवरी में परेशानी खड़ी हो गई। जानकारों का कहना है कि बमुश्किल से कुछ वाहनों को गेट नंबर तीन की ओर से एलपीटीए और वाटर ब्राउजर को निकाला गया। कुछ अन्य क्षेत्रों में भी बारिश की वजह से कामकाज प्रभावित हुआ। साख तौर पर इलेक्ट्रिक वर्किंग एरिया में विशेष एहतियात बरतनी पड़ी। 
पिछले इंडेंट से डिस्पैच 

-----एलपीटीए के कुछ वाहनों की डिलेवरी समय पर पूरी नहीं हो पाई। डिलेवरी प्वॉइंट में बदलाव और संक्रमण की वजह से लेटलतीफी हुई। बहरहाल, पुराने इंटेंड के तकरीबन डेढ़ सैकड़ा वाहनों को सेना के हवाले किया जा रहा है। 
-अजय राय, ज्वॉइंट जीएम, वीएफजे।  
निर्माणी से एक साथ चार अधिकारियों की रवानगी तय हो गई है। ट्रांसफर के बाद भी कई दिनों से जमे एजीएम बीबी पचनंदा की रिलीविंग के आदेश सोमवार को जारी कर दिए गए। इसके अलावा एजीएम सीएल रावत और प्रेमचंद को बोलंगीर तथा राकेश सूर्या को कानपुर स्थानांतरित किया गया है।

Created On :   18 Aug 2020 1:48 PM IST

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