पुल नहीं तो वोट नहीं, घिसर्री नदी में पुल बनाने की 15 वर्षो से ग्रामीण कर रहे हैं मांग

Do not vote if not bridge, rural demand for 15 years of bridge construction in Ghisri river
पुल नहीं तो वोट नहीं, घिसर्री नदी में पुल बनाने की 15 वर्षो से ग्रामीण कर रहे हैं मांग
पुल नहीं तो वोट नहीं, घिसर्री नदी में पुल बनाने की 15 वर्षो से ग्रामीण कर रहे हैं मांग

डिजिटल डेस्क, बालाघाट। परसवाड़ा विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्राम बोरी, कटंगी और गोंडीटोला के ग्रामीण और स्कूली बच्चों के लिए बरसात का मौसम किसी आपदा से कम नहीं है। यहां घिसर्री नदी में पानी के तेज बहाव के कारण, जहां ग्रामीणों के जीविकोपार्जन से लेकर दैनिक कार्य प्रभावित होते हैं वहीं बच्चे दिनों, हफ़्तों तक स्कूल नहीं पहुंच पाते है।

यह समस्या आज से नहीं बल्कि वर्षों से बनी हुई है। जिसको लेकर हर नेता और प्रशासन से निवेदन करने के बाद भी ग्रामीणों को केवल आश्वासन ही दिया गया। जिससे आज 15 वर्षो बाद भी पुल की मांग पूरी नहीं हो सकी है। जिसके चलते नदी पर पुल की मांग पूरी नहीं होने से अब ग्रामीणों ने अपनी और बच्चों को होने वाली समस्या को देखते हुए आगामी समय में होने वाले सभी चुनावों में पुल नहीं तो वोट नहीं का नारा देकर, पुल नहीं बनने की दशा में चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है।

मंत्री और सांसद के घर पहुंचे ग्रामीण और बच्चे

लिंगा को घिसर्री नदी से जोड़ते बोरी, कटंगी और परसवाड़ा के सैकड़ो ग्रामीण, पंचायत प्रतिनिधि औरस्कूली बच्चों ने एकजुट होकर आज 19 अगस्त को बालाघाट में मंत्री गौरीशंकर बिसेन के निवास और वारासिवनी में सांसद के पास पहुंचकर पुल नहीं होने से हो रही समस्या से अवगत कराया। मंत्री गौरीशंकर बिसेन के घर पहुंचे पंचायत प्रतिनिधि, ग्रामीण और बच्चों ने युवा नेत्री इंजी. मौसम को ज्ञापन देते हुए 15 वर्षो से परसवाड़ा और बोरी के बीच बहने वाली घिसर्री नदी पर पुल बनाये जाने की मांग की।

Created On :   19 Aug 2017 10:35 PM IST

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