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कोरोना महामारी के शिकार हुए कर्मचारियों के परिजनों को अब तक नहीं मिली अनुग्रह राशि
डिजिटल डेस्क जबलपुर । शासन द्वारा मृत्यु के शिकार कर्मचारियों के परिजनों को तत्काल 50 हजार की अनुग्रह राशि दी जाती है, लेकिन शिक्षा विभाग के अंतर्गत कोरोना महामारी के शिकार हुए शिक्षकों एवं कर्मचारियों के परिजनों को अभी तक यह राशि नहीं दी गई है। ऐसे आरोप मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे ने लगाए हैं। उनका कहना है कि जिले में दर्जनों शिक्षकों की कोरोना वायरस से मृत्यु हो चुकी है और कई दिन बीतने पर भी उनके आश्रितों को यह राशि नहीं मिलने से उन्हें समस्याएँ झेलनी पड़ रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन परिजनों द्वारा अपने मृत सदस्यों के इलाज एवं देहांत के बाद वाले संस्कारों में बड़ी धनराशि खर्च होने से उनकी आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ा चुकी है। संगठन के अर्वेन्द्र राजपूत एवं अवधेश तिवारी ने शासन से उचित कार्रवाई की माँग की है।
दी जाए कैशलेस की सुविधा
मप्र शिक्षक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल अग्रवाल का कहना है कि जिले के कई सरकारी शिक्षक एवं कर्मचारी गंभीर रोगों से जूझ रहे हैं। इस दौरान कैशलेस सुविधा न होने से उनका समुचित इलाज तक नहीं हो पा रहा है और ओपन हार्ट सर्जरी, कैंसर, लकवा तथा कोरोना संक्रमण का उपचार भी कर्ज लेकर करवाना पड़ रहा है। संगठन के जिला अध्यक्ष विश्वदीप पटेरिया एवं पीएन तिवारी ने शिक्षकों, सहायक शिक्षकों एवं अध्यापकों को कैशलेस इलाज की सुविधा देने की माँग शासन से की है।
पेंशनर्स एसोसिएशन ने किया स्मरण
कोरोना महामारी से पेंशनर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी डीके तिवारी का निधन होने पर संगठन द्वारा उनका स्मरण किया गया। इस दौरान एचपी उरमलिया एवं शेषमणि पांडे मौजूद थे।
Created On :   26 April 2021 10:28 AM GMT