अमरकंटक में भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का मंत्रोच्चार के बीच हुआ प्रथम महामस्तकाभिषेक
डिजिटल डेस्क,शहडोल। अमरकंटक में श्रीमज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब प्रतिष्ठा पंचकल्याणक महोत्सव व विश्वशांति महायज्ञ उपरांत सर्वोदय के बड़े बाबा भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का प्रथम महामस्तकाभिषेक किया गया। अष्टधातु से ढले अठारह टन वजन के कमल पर विराजमान चौबीस टन की भगवान आदिनाथ की अष्टधातु की प्रतिमा का प्रथम महामस्तकाभिषेक के प्रथम दिवस सुबह से मंत्रोच्चार प्रारंभ हुआ जो संध्या तक अनवरत चलता रहा। अभिषेक के लिये श्रद्धालुओं की लंबी कतार विशा मंदिर प्रागंण में लगी। सर्वोदय के बड़े बाबा के प्रथम महामस्तकाभिषेक करने के लिये हजारों जैन धर्म अनुयायी सुबह से ही तन मन की विशुद्धि के साथ पीले धोती दुपट्टे में भगवान आदिनाथ की अभिषेक में शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के व्यवसायी विनोद बडज़ात्या ने 48 लाख 48 हजार की राशि दान देकर शांतिधारा करने का प्रथम सौभाग्य प्राप्त किया। क्रमश: तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय सहारनपुर के अमित, बिलासपुर के विनोद, प्रमोद, प्रवीण, सेठ परिवार और दुर्ग के सुरेश ने अभिषेक शांतिधारा का सौभाग्य प्राप्त किया।
विद्यासागर महराज के सानिध्य में आयोजन
अमरकंटक स्थित सर्वोदय तीर्थ में आचार्य श्रीविद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में पंचकल्याणक महोत्सव संपन्न हुआ और दो दशकों में निर्मित ओडिसी शैली का लाल पत्थरों से बना भगवान आदिनाथ का जिनालय पूर्ण हुआ। विशालता, शिल्पकला और सौंदर्य के कारण अमरकंटक में एक नवीन आकर्षण और श्रद्धा का केन्द्र है।
महावीर जयंती : नगर में आज निकलेगी शोभायात्रा, होंगे विविध आयोजन
शहडोल शहर में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी का 2621 वां जन्मोत्सव आज जैन समाज द्वारा हर्षोल्लास और परंपरा के साथ मनाया जायेगा। शहडोल जैन समाज जनों ने बताया कि महावीर स्वामी के जन्मोत्सव के अवसर पर जैन मंदिर में प्रात: 7 जन्माभिषेक किया जायेगा। विश्व कल्याण के लिए मंत्रोच्चारण द्वारा शांतिधारा का पाठ होगा। इसके बाद भगवान की विधिवत पूजा की जाएगी। शोभायात्रा प्रात: 8 बजे से जैन मंदिर से निकलेगी जो नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए पुन: मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी। शोभायात्रा समाप्ति के पश्चात भगवान का पुन: अभिषेक किया जायेगा। दोपहर में मंदिर परिसर में सामाजिक गोष्ठी आयोजित की जाएगी जिसमें समाज के लोग सम्मिलित होंगे। रात्रि में भक्ताम्बर महाकाव्य के माध्यम से पूजन किया जाएगा जिसमें 48 दीप मंत्रोच्चार के साथ प्रज्वलित होंगे।
Created On :   3 April 2023 4:50 PM IST