भोजन बनानेवाली महिलाओं का आंदोलन पांचवें दिन खत्म

Food preparation womens movement ends on the fifth day
भोजन बनानेवाली महिलाओं का आंदोलन पांचवें दिन खत्म
तीव्र आंदोलन की चेतावनी भोजन बनानेवाली महिलाओं का आंदोलन पांचवें दिन खत्म

डिजिटल  डेस्क, गोंदिया. जिला परिषद, नगर परिषद, महानगर पालिका की शालाओं में पोषण आहार बनानेवाली रसोइया महिलाओं द्वारा विगत 6 अक्टूबर से जिला परिषद कार्यालय के समक्ष जारी आंदोलन सोमवार को पांचवें दिन खत्म हुआ। इसके पूर्व संगठन के प्रतिनिधियों ने अपनी विभिन्न मांगों का ज्ञापन राज्य के वन मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार तथा राकांपा नेता एवं पूर्व विधायक राजेंद्र जैन, विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे को सौंपकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस समय पूर्व विधायक जैन ने रसोइया महिला कामगारों की मांगों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए शासन से उनकी मांगों पर तत्काल निर्णय लेने की मांग की।  इस समय महाराष्ट्र राज्य जिला परिषद, नगर परिषद, महानगर पालिका, शालेय रसोइया महिला संघ के जिला कार्याध्यक्ष मनोज दमाहे ने बताया कि इन रसोइया महिलाआंे को मात्र 50 रुपए प्रतिदिन मानधन दिया जा रहा है और यह मानधन भी वर्ष में केवल 10 माह का ही दिया जाता है। हमारी प्रमुख मांगों में रसोइया महिलाओं को 300 रुपए प्रतिदिन की दर से मानधन देने, 10 माह की बजाए 12 माह का नियमित मानधन देने, रसोइया महिलाओं के लिए न्यूनतम वेतन कानून लागू करने सहित अन्य मांगे शामिल है। उन्होंने बताया कि शासन की ओर से आश्वासन दिया गया है, लेकिन यदि हमारी मांगों पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो संगठन की ओर से भविष्य में और तीव्र आंदोलन किया जाएगा। उक्त नेताओं के साथ जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पाटील को ज्ञापन सौंपते समय संगठन के महाराष्ट्र राज्य अध्यक्ष तिरूपति जे. कोंडागोरला एवं जिलाध्यक्ष चंदा दमाहे आदि मौजूद थे।

Created On :   11 Oct 2022 8:05 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story