Gondia News: प्रेम के प्रतीक सारस का अस्तित्व खतरे में, लगातार घट रही संख्या

प्रेम के प्रतीक सारस का अस्तित्व खतरे में, लगातार घट रही संख्या
  • 16 जून को होगी गणना
  • पिछले वर्ष की गणना में गोंदिया वन परिक्षेत्र में पाए गए थे 26 पंछी

Gondia News स्थानीय वन परिक्षेत्र में सोमवार 16 जून को सुबह 5 से 9 बजे तक वार्षिक सारस पक्षी गणना की जाएगी। इच्छुक स्वयंसेवी संस्था, स्वयंसेवक, विभाग एवं पक्षी प्रेमी इस गणना में शामिल हो सकते हैं। जिसके लिए उन्हें 16 जून तक वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय गोंदिया में पंजीयन करवाना होगा। ऐसी जानकारी गोंदिया वन परिक्षेत्र अधिकारी दिलीप कौशिक ने दी है।

बता दें कि गोंदिया जिले में सारस पक्षी की संख्या घटती जा रही है। इन पक्षियों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए शासन एवं वन विभाग ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं। गत वर्ष हुई सारस गणना में जिले में 28 सारस पंछी दर्ज किए गए थे। जिनमें से 26 सारस गोंदिया वन परिक्षेत्र में पाए गए थे।

सारस गणना पारंपारिक एवं शास्त्रीय पद्धति से की जाती है। जिससे सारस पक्षियों की संख्या का अनुमान सटिक रहता है। विशेष बात यह है कि राज्य के गोंदिया एवं भंडारा जिले में ही सारस का अधिवास देखने को मिलता है। इसके अलावा मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में भी सारस का अधिवास है। 16 जून को सुबह 5 बजे क्षेत्र के तकरीबन 25 स्थानों पर गोंदिया वन परिक्षेत्र अधिकारी एवं सभी कर्मचारी, वन मजदूर, सेवाभावी संस्था के पदाधिकारी, पक्षी मित्र, किसानों की उपस्थिति में सारस पक्षी गणना की जाएगी। गणना के दौरान उचित एवं सटिक निष्कर्स सामने आएंगे एवं सारस संवर्धन का मार्ग आसान होगा।

सारस पक्षी गणना के बाद उपलब्ध आकडेवारी जाहिर की जाएगी। जिससे दुर्लभ सारस पक्षी की स्थिति एवं उनकी संख्या का अचूक विश्लेषण किया जाएगा। गौरतलब है कि सारस पक्षियों की घटती संख्या पर उच्च न्यायालय ने चिंता व्यक्त करते हुए सारस संवर्धन व संरक्षण के लिए उपाय योजना करने के निर्देश सरकार को दिए थे। इसके बाद वन विभाग, सेवा संस्था, सारस पक्षी प्रेमी एवं शासन ने प्रेम के प्रतीक कहे जानेवाले सारस पक्षी के संवर्धन के लिए कदम आगे बढ़ा दिए हैं।

Created On :   13 Jun 2025 3:28 PM IST

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