फर्नीचर शोरूम, डायग्नोस्टिक सेंटर, बंद टॉकीज, एसेसरीज वालों का आतंक ; ट्रैफिक पुलिस भी नाकाम, जनता हलाकान

Furniture showrooms, diagnostic centers, closed talkies, panic accessories; Traffic police also fail
फर्नीचर शोरूम, डायग्नोस्टिक सेंटर, बंद टॉकीज, एसेसरीज वालों का आतंक ; ट्रैफिक पुलिस भी नाकाम, जनता हलाकान
फर्नीचर शोरूम, डायग्नोस्टिक सेंटर, बंद टॉकीज, एसेसरीज वालों का आतंक ; ट्रैफिक पुलिस भी नाकाम, जनता हलाकान


डिजिटल डेस्क जबलपुर । सिविक सेंटर के ट्रैफिक का पूरी तरह कबाड़ा हो चुका है। यहाँ से चार पहिया तो छोड़ो दो पहिया निकालने में भी राहगीरों का सिर चकरा जाता है। प्रशासन ने यहाँ मौजूद मल्टीलेवल पार्किंग के आसपास के 500 मीटर के दायरे को नो पार्किंग जोन घोषित िकया है, उसके बावजूद सड़कों पर फर्नीचर शो रूम, डायग्नोस्टिक सेंटर, गोदाम, ट्रैवल एजेंसी, वाहन एसेसरीज  वालों ने कब्जा जमा रखा है, उनके यहाँ आने वालों के वाहन सुबह से लेकर रात तक मार्ग के  यातायात को बाधित करते हैं, इधर ट्रैफिक पुलिस खुद के बचाव के लिए  रोजाना सिविक सेंटर में कार्रवाई का  दावा करती है जिसका कोई असर यहाँ दूर-दूर तक नजर नहीं आता है। 
बेशर्मी की सारी हदें पार कर चुका खंडेलवाल फर्नीचर         
यहाँ जहांगीराबाद के सामने मार्ग की शुरूआत से ही सड़क का माहौल खराब करने वाले और पूरी तरह बेशर्मी की सारी हदें पार कर चुके खंडेलवाल फर्नीचर की यदि बात करें तो कॉर्नर वाली दुकान का फायदा उठाते हुए संचालक ने तीन पत्ती और सिविक सेंटर जाने वाली दोनों तरफ दुकान के बाहर की सड़क के कुछ हिस्से पर फर्नीचर सजा रखे हैं। यहाँ  प्लास्टिक की कुर्सियाँ, टेबल, सोफे आदि रखे रहते हैं। सड़क के बाकी के हिस्से में खरीददारों के वाहन, माल की लोडिंग के लिए खड़े ऑटो  दिखाई देते हैं, जिससे बेजा जाम के हालात सड़क पर बनते हैं। यहाँ ट्रैफिक पुलिस भी सख्ती बरतने से डरती है।
समाधान 
 फर्नीचर वाले को नगर निगम खुला समर्थन देना बंद करे और सड़क पर बाहर तक फैले-पसरे फर्नीचर को अपने कब्जे में ले। ट्रैफिक पुलिस वाहन जब्त करे। इससे सारी मनमानियाँ खत्म  हो जाएँगी।
हाईटेक सीटी स्कैन सेंटर के बाहर 24 घंटे खड़ी रहती हैं एम्बुलेंस और मरीजों के परिजनों के वाहन 
यहाँ मार्ग से थोड़ा आगे बढऩे पर हाईटेक सीटी स्कैन सेंटर है, जिसके बाहर की सड़क पर वाहनों का फँसना तय माना जाता है। वजह सेंटर के सामने वाली लेयर पर सबसे पहले कर्मचारियों के वाहन खड़े रहते हैं, फिर 24 घंटे सड़क का अधिकांश हिस्सा कब्जाकर एक एम्बुलेंस खड़ी रहती है, फिर मरीजों के वाहन। इस तरह यहाँ सेंटर के सामने का ट्रैफिक पूरी तरह से चरमराया हुआ है। वैसे भी यह चार मार्गों का  टर्निंग प्वॉइंट है, जहाँ सड़क पर जगह न मिलने के कारण वाहनों की रोजाना आपस में टक्कर व लड़ाई-झगड़ा होना आम हो चला है। 
समाधान 
 किसी भी सीटी स्कैन सेंटर को वहाँ होना चाहिए, जहाँ पार्किंग के समुचित इंतजाम हों, एम्बुलेंस को बाहर निकलने पर्याप्त सर्विस रोड मिले। मरीजों के वाहन आसानी से खड़े हो सकें। मतलब सेंटर को क्षेत्र से बाहर करने की आवश्यकता है।  
 

Created On :   8 Jan 2021 2:13 PM IST

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