एक वर्ष में ही उखड़ने लगा गोदावरी नदी का ये पुल, पड़ने लगीं दरारें

Godavari river bridge damaged in gadchiroli maharashtra
एक वर्ष में ही उखड़ने लगा गोदावरी नदी का ये पुल, पड़ने लगीं दरारें
एक वर्ष में ही उखड़ने लगा गोदावरी नदी का ये पुल, पड़ने लगीं दरारें

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा(गड़चिरोली)। तेलंगाना सहित आंध्रप्रदेश से सटी गोदावरी नदी पर बनाए ब्रिज पर एक वर्ष में ही दरारें आने लगी है। 226 करोड़ की लागत से बने इस पुल से उखड़ती गिटि्टयों को देख निर्माण कार्य पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। जानकारी के अनुसार तेलंगना समेत आंध्रप्रदेश को जोडऩे के लिये महाराष्ट्र सरकार की ओर से तहसील मुख्यालय से सटी गोदावरी नदी पर एक वर्ष पूर्व पुल का निर्माणकार्य किया गया। 30  दिसंबर 2016  को इस पुल का विधिवत लोकार्पण भी किया गया।

 

पुल का निर्माणकार्य होने से अब तेलंगाना समेत आंध्रपदेश से संपर्क आसान हुआ है। दोनों राज्यों की बसों को भी सिरोंचा तक चलाया जा रहा है। यही नहीं सिरोंचा तहसील के नागरिकों को मुख्य बाजार के रूप में हैदराबाद जाना भी आसान हो गया है। एक वर्ष की अवधि में इस पुल से हजारों ट्रकों समेत बसों और छोटे वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है, लेकिन इतनी कम अवधि में ही पुल में दरारें पडऩे लगी है।

 

ज्ञात हो कि पूरे राज्य में सबसे बड़े पुल के रूप में गोदावरी के सेतु को पहचाना जाता है। इसकी लंबाई करीब पौने दो कि. मी. है। पुल को तैयार करने के लिए कुल 38 पिल्लरों का निर्माणकार्य किया गया है। राजस्व विभाग ने गोदवारी नदी के रेत घाट की नीलामी प्रक्रिया की। रेत के अधिकांश ठेकेदार तेलंगाना राज्य के है। फलस्वरूप गड़चिरोली जिले की रेत सीधे तेलंगाना राज्य पहुंचायी जा रहीं है। पुल को पार करने के बाद ही तेलंगाना पहुंचा जा सकता है, लेकिन इन दिनों रेत की ढुलाई करने वाले ट्रकों की संख्या काफी बढ़ गई है। इस कारण भी पुल की हालत जर्जर हो रहीं है।

 

गौरतलब है कि  आगामी चार वर्षों के लिए पुल की मरम्मत की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की है, लेकिन दरारें पडऩे के बाद भी ठेकेदार द्वारा मरम्मत का कार्य आरंभ नहीं किया है। फलस्वरूप पुल पर किसी भी समय कोई बड़ी दुर्घटना होने की उम्मीद जताई जा रही है। सेतु के कई स्थानों की कांक्रीट भी अब उखडऩे लगी है। इस सेतु की मरम्मत यथाशीघ्र करने की मांग सिरोंचा तहसीलवासियों ने की है।

 

मरम्मत के दिए निर्देश

गोदावरी नदी के सेतु का निर्माणकार्य हैदराबाद की मंथना इन्फोटेक नामक कंपनी ने किया है। आगामी चार वर्षों तक सेतु की मरम्मतकार्य कंपनी द्वारा ही किया जाएगा। सेतु पर पड़ी दरारों की जांच की गई है। साथ ही कंपनी के अधिकारियों को पत्र भेजकर मरम्मत करने को भी कहा गया है। आगामी सप्ताह में यह कार्य आरंभ होने के आसार है। 
- अनिल जाधव, कार्यकारी अभियंता, सिरोंचा

 

पुल पर ही खड़े रहते हैं रेत लदे ट्रक

गोदवारी नदी के विभिन्न घाट पर रेत का उत्खनन जारी है। नदी की अधिकांश रेत तेलंगाना राज्य में पहुंचायी जा रही है। तेलंगाना राज्य से सटी भूमि पर ही धर्मकांटा निर्माण किए जाने से रेत से लदे अधिकांश ट्रक पुल पर ही खड़े किए जाते हैं। रेत का वजन काफी होने के कारण पुल पर इसका विपरित परिणाम हो रहा है। हालांकि ऐसे ट्रक चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश प्रशासन द्वारा इसके पूर्व ही दिए गए थे, लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से हर दिन पुल पर ही ट्रकों को खड़ा किया जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने की मांग की जा रही है।

Created On :   30 Oct 2017 3:12 PM GMT

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