ग्रहण के कारण दिवाली के तीसरे दिन हुई गोवर्धन पूजा

Govardhan Puja took place on the third day of Diwali due to eclipse
ग्रहण के कारण दिवाली के तीसरे दिन हुई गोवर्धन पूजा
गोंदिया ग्रहण के कारण दिवाली के तीसरे दिन हुई गोवर्धन पूजा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. प्रतिवर्ष दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। इस दिन जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक मैदानों पर गायों को सजाधजाकर लाया जाता है एवं गाय गोधन की पूजा की जाती है। जबकि घरों के आंगन में गोबर के गोवर्धन बनाकर उसकी पूजा की जाती है। लेकिन इस वर्ष लक्ष्मी पूजन के दूसरे दिन खंडग्रास सूर्यग्रहण होने के कारण यह त्यौहार 26 अक्टूबर को मनाया गया। 

शहर के मरारटोली स्थित खिल्यामुठ्या देवस्थान में आदिवासी संस्कृतिक की झलक देखने को मिली। जहां गोवारी समाज द्वारा गाय गोधन का कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समाज बंधुओं द्वारा खिल्यामुठ्या भगवान की पूजा करने के बाद आखर बांधा गया। 

गाय एवं बछड़ों को खिलाया गया और नवजात बच्चों को गोधन पर लिटाकर उन पर से गायों को चलाया गया। यह कार्यक्रम आदिवासी गोवारी समाज संगठन के अध्यक्ष डी. टी. चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस समय बतौर अतिथि घनश्याम पानतवने, सचिन शेंडे, नरेश चौधरी, संजू माने, श्रीराम माने उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन गुलाबराव नेवारे एवं आभार विजु भोयर ने माना। 

उसी प्रकार संजय नगर छोटा गोंदिया सेंद्रीटोला में गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल की उपस्थिति में आदिवासी गोवारी समाज संगठन गोंदिया एवं आदिवासी गोंडगोवारी सेवा मंडल के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आदिवासी संस्कृति के अनुसार डार जागनी, ढाल पूजन, गाय गोधन एवं गांव नाचनी कर यह त्यौहार मनाया जाता है। आदिवासी समाज में यह परंपरा पीढ़ियों से चलती आ रही है। 

Created On :   27 Oct 2022 6:30 PM IST

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