शाजापुर: जिले में कोविड-19 का रिकवरी रेट 78.26 प्रतिशत हुआ (खुशियों की दास्ताँ) 216 पेशेंट्स स्वस्थ होकर अपने घर की ओर लौटे

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शाजापुर: जिले में कोविड-19 का रिकवरी रेट 78.26 प्रतिशत हुआ (खुशियों की दास्ताँ) 216 पेशेंट्स स्वस्थ होकर अपने घर की ओर लौटे

डिजिटल डेस्क, शाजापुर। शाजापुर जिले के लिये अब अच्छी खबर है कि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों, चिकित्सकों, नर्सेस सहित पैरामेडिकल स्टाफ के अथक प्रयासों से अब जिले में कोविड-19 के केसेज़ का रिकवरी रेट अब 78.26 प्रतिशत हो गया है। जिले में अब तक 216 पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर अपने घर की ओर रवाना हुए है। जिले में आज की स्थिति में आज तक 277 पॉजिटिव केसेज़ आ चुके है। जिनमें 216 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके है। 04 पेशेंट्स की मृत्यु हो चुकी है, अब जिले में एक्टीव केसेज़ 57 रह गई है। एक्टिव केसेस में शाजापुर में 24 जिसमें जिला चिकित्सालय में 20 और कोविड केयर सेंटर में 04 मरीज इसी तरह शुजालपुर में कुल 31 मरीज जिसमें 12 सिविल हॉस्पिटल में तथा 04 मरीज कोविड केयर सेंटर में, 03 मरीज होम आइसोलेशन एवं 12 मरीज जेल में बनाए गए वार्ड में भर्ती हैं तथा 02 मरीज जिले से बाहर उपचाररत हैं। इसके साथ ही अब जिले में स्वस्थ होने का रिकवरी रेट भी बढ़ चुका है पहले रिकवरी रेट 33.8 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 78.26 प्रतिशत हो चुका है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग अपने संयुक्त प्रयासों से संक्रमितों को स्वस्थ रखने में कामयाब हो रहे हैं। कोरोना वायरस का संकट अभी भी विद्यमान है, कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने सभी नागरिकों से अपेक्षा है कि वे जिम्मेदारी निभाएंगे और कोरोना से लड़ने में सहयोग देंगे। उन्होंने समस्त नागरिकों से अपील कि है कि वायरस के संक्रमण से बचने के समस्त उपायों एवं सावधानियों का अनिवार्य रूप से पालन करें। इसी तरह स्वस्थ होकर घरों के लिए डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों ने जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों, चिकित्सकों, नर्स तथा स्टाफ एवं सभी के प्रति आभार व्यक्त किया है। सभी का कहना था कि उन्हें कोविड केयर सेंटर में किसी भी प्रकार की तकलीफ नही हुईं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा उनका नियमित रूप से उत्साह वर्धन किया, जिससे उन्हें कोरोना से लड़ने की ऊर्जा प्राप्त हुई एवं वे कोरोना को हराने में सफल रहे। सभी ने चिकित्सकीय स्टाफ द्वारा दिए गए समस्त निर्देशों के अनुपालन की बात कही। प्रदेश सरकार के द्वारा कोविड-19 के अंतर्गत कोरोना संक्रमित मरीजो को उपचार देने की दिशा में भरसक प्रयास किये जा रहे है। कोरोना से बचाव के लिए स्व-अनुशासन और आत्म नियंत्रण अपनाना है। कोरोना से बचाव के लिए स्वअनुशासन में सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन और आत्मनियंत्रण में अच्छे खानपान की आदतें अपनाकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। जिला स्वास्थ्य एवं महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. प्रकाश विष्णु फुलम्ब्रीकर ने बताया कि कोविड-19 के पॉजिटिव पेशेंट्स का कोविड सेंटर पर बेहतर देखभाल की जाती है। पॉजिटिव केसेज़ जैसे ही सेंटर पर पहुँचते है उन्हें 10 दिवसीय जरूरती दवाई एक साथ दे दी जाती है। उसके पश्चात उन्हें प्रातः काल से ही कोविड से लड़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। सर्वप्रथम उन्हें प्रातः काल व्यायाम करवाया जाता है, इसके बाद उन्हें नाश्ते में दूध बिस्किट व अन्य खाद्य सामग्री दी जाती है, इसके बाद आयुष विभाग द्वारा निर्मित काढ़े का सेवन करवाया जाता है। इसके बाद उन्हें दिन में भोजन, शाम को काढ़ा, चाय व रात में भोजन कराया जाता है।

Created On :   28 July 2020 10:06 AM GMT

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