मैकेनिक जोन बनाने में लाखों खर्च फिर भी सड़कों पर कब्जा

Lakhs spent in making mechanic zone, yet the roads are occupied
मैकेनिक जोन बनाने में लाखों खर्च फिर भी सड़कों पर कब्जा
विडंबना - न्यायालय के आदेश के बाद शहर में बनाए गए थे 4 मैकेनिक जोन, रसल चौक व आसपास बुरे हालात, बेसुध हैं जिम्मेदार मैकेनिक जोन बनाने में लाखों खर्च फिर भी सड़कों पर कब्जा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । न्यायालय के आदेश के बाद रसल चौक की सड़कों के किनारे अवैध तरीके से कार्य करने वाले  मैकेनिकों को हटाने की पहल की गई और नगर निगम ने इनकम टैक्स चौराहे के आगे मैकेनिक जोन बनाया। यहाँ 60 से अधिक लोगों को कार्य करने के लिए जगह उपलब्ध कराई गई। शेड बनाए गए और सामने दीवार बनाई गई, ताकि न तो वाहनों का शोर गूँजे और न ही अन्य परेशानियां हों। मैकेनिकों ने वहाँ जगह ले ली और कार्य शुरू किया लेकिन इसके बाद भी रसल चौक से उन्होंने कब्जा नहीं छोड़ा। यही कारण है कि अब रसल चौक इन अवैध कब्जेधारियों के चलते असहाय महसूस कर रहा है। यहाँ चलना इतना मुश्किल हो गया है कि लोग परेशान हो चुके हैं। सड़क से निकलना जितना मुश्किल है उतना ही यहाँ के रहवासियों का घरों से बाहर आना भी दूभर हो गया है। रसल चौक की ऑटो मोबाइल दुकानों के बाहर मैकेनिकों का जमावड़ा रहता था, जिसके कारण आवाजाही में भारी परेशानी होती थी। इसके साथ ही मैकेनिकों द्वारा सुधार कार्य कराए जाने से जमीन के अंदर इंजन ऑइल जाता था, जिससे भूमिगत जल के प्रदूषित होने का खतरा था। इसे देखते हुए न्यायालय के आदेश पर वर्ष 2015-16 में नगर निगम ने इनकम टैक्स चौराहे से नागरथ चौक के बीच नाले के ऊपर स्लैब डाला और उस पर मैकेनिक जोन बनाया गया। उस समय रसल चौक पर दुकानों के बाहर कार्य करने वाले मैकेनिकों की संख्या करीब 50 के लगभग थी किन्तु निगम ने 60 दुकानों के हिसाब से मैकेनिक जोन का निर्माण किया और सभी को वहाँ व्यवस्थित रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।
जोन में जगह भी ली और कब्जा भी नहीं छोड़ा
ऑटो मोबाइल दुकानों के बाहर जमे मैकेनिकों ने मैकेनिक जोन में जगह ले ली लेकिन दुकानों के बाहर कब्जा नहीं छोड़ा। कुछ दिन जरूर रसल चौक पर सब कुछ अच्छा रहा लेकिन धीरे-धीरे कब्जे फिर से आबाद होते गए और अब तो यह हालत है कि रसल चौक पहले से अधिक अव्यवस्थित हो गया है। 
4 मैकेनिक जोन बने थे
नगर निगम ने शहर में 4 मैकेनिक जोन बनाए थे। सबसे पहले इनकम टैक्स चौक वाला जोन बना जिसमें 60 स्थल थे, इसके बाद मदन महल मैकेनिक जोन बना जिसमें 100 मैकेनिकों को जगह दी गई। इसी प्रकार रांझी मैकेनिक जोन में 20 और अधारताल मैकेनिक जोन में 80 मैकेनिकों को स्थान दिया गया। 
कार्रवाई की जाएगी
रसल चौक हो या शहर का कोई भी स्थान, किसी को भी अवैध कब्जा करने का अधिकार नहीं है। मैकेनिकों को जब जगह दी गई है तो उन्हें केवल वहीं पर सुधार कार्य करना चाहिए। जिन दुकानदारों ने अवैध तरीके से मैकेनिकों को अपनी दुकानों के बाहर कार्य करने की अनुमति दी है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
-वेद प्रकाश चौधरी, सहायक आयुक्त नगर निगम 

Created On :   23 Sept 2021 3:32 PM IST

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