पवार ने कहा- ऑक्सीजन पर हैं चीनी मिल, सरकार और मालिक को हैं जिम्मेदार

ncp president spoke on condition of sugar industry
पवार ने कहा- ऑक्सीजन पर हैं चीनी मिल, सरकार और मालिक को हैं जिम्मेदार
पवार ने कहा- ऑक्सीजन पर हैं चीनी मिल, सरकार और मालिक को हैं जिम्मेदार

डिजिटल डेस्क, पुणे। एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को सांगली में कहा कि सूबे के चीनी मिल ऑक्सीजन पर हैं। इसलिए चीनी उद्योग पर आया संकट दिखाई दे रहा है। सिध्दराज सहकारी खेती जलापूर्ति संस्था 1 और 2 के रजत महोत्सव में पवार बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार की उदासीन नीति और कारखाना मालिकों का गैरजिम्मेदार बर्ताव चीनी मिल की दुर्गती का बड़ा कारण है। उन्होंने कहा सहकार क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रशासन और पारदर्शी कार्यों की आवश्यकता है। जिसके माध्यम से ही अर्थनीति मजबूत हो सकेगी। तब जाकर सहकारी चीनी कारखानों को अच्छे दिन नसीब होंगे।  

बेनतीजा रही बैठक

इससे पहले गुरुवार को मुंबई के सह्याद्री में सहकारिता एवं विपणन मंत्री सुभाष देशमुख की अध्यक्षता में गन्ने की दर को लेकर किसान संगठनों की बैठक हुई थी। जिसमें मंत्री देशमुख ने कहा कि चीनी कारखानों को गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) से अधिक दर देने में मुश्किलें आती हैं। इसलिए किसान संगठनों को व्यावहारिक मांग करनी चाहिए। चीनी के भाव बढ़ने पर कुछ कारखानें अधिक दर देने को तैयार हैं। हालांकि सरकार और किसान संगठनों के बीच गन्ने की दर को लेकर हुई बैठक बेनतीजा रही थी।

पिछले महीने सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस-राकांपा को आड़े हाथ लिया था। एक समारोह में फडणवीस ने कहा था कि राज्य में सहकारिता आंदोलन के जरिए कई उद्योग लगाकर ग्रामीण इलाके का विकास किया गया। लेकिन कुछ लोगों ने घाटे की बात कहकर चीनी कारखाने और मिलों को बेच दिया। जब्कि सरकार की इच्छा है कि सहकारिता आंदोलन जोर पकड़े और युवाओं को उनके इलाके में ही रोजगार मिले। खास बात है कि ग्रामीण इलाकों में सहकारी संस्थाओं का जाल बिछाने के लिए सरकार ने इससे जुड़े कानून में सुधार किया है।

Created On :   3 Nov 2017 3:18 PM GMT

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