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दमोह, छतरपुर और शिवपुरी में अमानक निकला कटनी का चावल
गरीबों को वितरित करने लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के अन्य जिलों में भेजे गए थे 40 रैक
डिजिटल डेस्क कटनी । अमानक चावल के मामले में कटनी के मिलर्स और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी अब प्रदेश के दूसरे जिलों में भी सुर्खियां बटोर रहे हैं। दमोह, छतरपुर और शिवपुरी के अधिकारियों ने सैंपलिंग की रिपोर्ट के आधार पर कटनी से पहुंचे चावल के वितरण पर रोक लगा दी है। जिसके बाद यहां के मिलर्स, गुणवत्ता निरीक्षक और अफसर क्वालिटी को लेकर संदेह के घेरे में हैं। एक माह से सार्वजनिक वितरण प्रणाली का चावल अमानक और मानक में उलझा है। बालाघाट और मंडला में घटिया चावल मिलने के बाद प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में गोदामों में रखे चावल की जांच कराई। कटनी से करीब 30 चावल के सैंपल केन्द्रीय टीम ने लिए हैं। इधर सैंपल की जांच रिपोर्ट नहीं आने से गोदामों में स्टॉक चावल का वितरण नहीं हो पा रहा है। उधर दूसरे जिलों की जांच रिपोर्ट ने गुणवत्ता की पोल खोल कर रख दी है।
तीन जिलों में फेल
पहली बार तीन-तीन जिलों ने कटनी के चावल को गुणवत्ता में फेल कर दिया है। दमोह में कटनी के दो मिलर्स के करीब 284 मीट्रिक टन चावल रिजेक्ट किए गए हैं। जांच रिपोर्ट में यह बात आई कि चावल में निर्धारित दर से अधिक टूटन है। साथ ही डेमेज, डिस्कलर और अन्य कैटगरी में भी करीब पंद्रह प्रतिशत चावल अमानक है। रही कसर शिवपुरी में पूरी हो गई। कटनी से गर्मी के समय करीब 5 रैक के माध्यम से शिवपुरी में चावल भेजा गया था। शिवपुरी में रीवा से भी चावल पहुंचा था। करीब 85 प्रतिशत चावल का वितरण शिवपुरी में कोरोना काल में हो चुका है। गोदामों में 7610 क्विंटल चावल जमा है। जिसे अमानक मानते हुए वितरण पर रोक लगा दी है। इसके साथ छतरपुर में भी यहां से एक रैक चावल भेजा गया था। वहां के अधिकारियों ने भी चावल की गुणवत्ता पर आपत्ति जताई है।
अपग्रेड भी नहीं हो सकेगा
गोदामों में चावल पहुंचने के बाद यदि वह अमानक निकलता है तो मिलर्स को एक मौका अपग्रेड करने के लिए दिया जाता है। जिसमें चावल मिलर्स उठाता है और फिर से उस चावल को उसी मापदण्ड में परिवर्तित करता है। जिसके लिए मिलर्स और नागरिक आपूर्ति के बीच लिखित में अनुबंध होता है। सूत्र बताते हैं कि दमोह में भेजे गए चावल को वापस ट्रकों से लाकर भले ही नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी मिलर्स से अपग्रेड करा लें, लेकिन शिवपुरी और छतरपुर की दूरी इतनी अधिक है कि एक ट्रक में जितने का चावल नहीं आएगा। उससे अधिक का खर्चा तो परिवहन में आएगा।
कोरोना के चलते लगा ताला
नागरिक आपूर्ति निगम में कोरोना के चलते ताला लगा हुआ है। यहां पर कुछ दिन पहले एक अफसर कोरोना से संक्रमित मिले थे। जिसके बाद संपर्क में आए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन किया गया है। जिसके चलते पिछले पांच दिनों से आफिस में काम-काज बंद है। अमानक चावल के संबंध में अफसरों से बात करने की कोशिश की तो अधिकारी-कर्मचारी फोन ही रिसीव नहीं किए।
इनका कहना है
प्रदेश दूसरे जिलों में कटनी का चावल अमानक निकला है। इस संबंध में कोई लिखित पत्र नहीं आया है। राज्य शासन द्वारा चावल की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरे मामले पर प्रशासन की नजर है।
- एस.बी. सिंह, कलेक्टर
Created On :   24 Sept 2020 3:28 PM IST