कोरोना संक्रमण - अब सैंपल टेस्टिंग से ज्यादा होम क्वॉरेंटाइन पर जोर, लक्षण हुए तभी की जाएगी जाँच 

Now more emphasis on home quarantine than sample testing, only then symptoms will be investigated
कोरोना संक्रमण - अब सैंपल टेस्टिंग से ज्यादा होम क्वॉरेंटाइन पर जोर, लक्षण हुए तभी की जाएगी जाँच 
कोरोना संक्रमण - अब सैंपल टेस्टिंग से ज्यादा होम क्वॉरेंटाइन पर जोर, लक्षण हुए तभी की जाएगी जाँच 

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना सैंपल की जाँच के लिए अब नई व्यवस्था के  बाद संदिग्ध मरीजों के सैंपल टेस्ट नहीं कराने की तैयारी कर ली गई है। बताया गया कि देश में ही कोरोना सैंपल जाँच की किट की कमी है, जिसके कारण अनावश्यक टेस्ट न कराने से परहेज किया जा रहा है। अब स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने लोगों को घरों में ही क्वॉरेंटाइन रहने पर सख्ती शुरू की है। माना जा रहा है कि सीमित संसाधनों के कारण अब लोगों को घरों में ही रखना, पॉजिटिव मामलों के खुद सामने आने का सबसे आसान रास्ता माना जा रहा है, वहीं इसके प्रसार की चेन भी इसी प्रक्रिया से टूटेगी। 
 सीएमएचओ डॉ. मनीष मिश्रा ने मंगलवार को जारी नई गाइडलाइन की जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही के दिनों में जो विदेश से घूम कर आए हैं, लेकिन उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं हैं उन्हें आवश्यक तौर पर सामाजिक मेलजोल बंद कर 14 दिनों तक घरों में ही रहना होगा। इस दौरान वे स्वास्थ्य विभाग के सतत संपर्क में रहेंगे और कोई लक्षण आने पर डॉक्टर उनको परामर्श देंगे। 
सिर्फ परिवार होगा संक्रमित
डॉ. मिश्रा ने बताया कि होम आइसोलेशन ही इस महामारी से बचने का सही तरीका है। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति है भी तो वह ज्यादा से ज्यादा अपने परिवार को संक्रमण देगा, जिससे यह एक घर में ही सीमित रहेगा, समाज में नहीं फैल सकेगा। 10 मार्च के बाद विदेश से आए लोगों को होम आइसोलेशन के दौरान शरीर में होने वाले लक्षणों के प्रति सजग रहने कहा गया है। 
इनकी ही होगी जाँच
सीएमएचओ ने बताया कि अब सिर्फ उन्हीं लोगों का कोरोना सैंपल टेस्ट कराया जाएगा, जिनको लक्षण आने पर डॉक्टर द्वारा टेस्ट के लिए कहा जाएगा। विदेश से आए सभी लोगों की जाँच कराए जाने की आवश्यकता नहीं है। 

Created On :   25 March 2020 1:35 PM IST

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