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सुविधाओं के अभाव में सरकारी शालाओं में घट रही छात्रों की संख्या
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. सरकारी जिला परिषद स्कूल का नाम लेते ही अनगिनत समस्याएं आंखों के सामने दिखने लग जाती है। चाहे वह मूलभूत सुविधा हो या शिक्षकों की कमी हो, अब तक सबसे अधिक डर जीर्ण इमारतों से विद्यार्थी व उनके अभिभावकों को सताने लगा है।यहीं एक कारण है कि विद्यार्थियों की पटसंख्या सरकारी स्कूलों में कम हो रही है, वहीं दूसरी ओर पटसंख्या कम होने से शिक्षकों में भी डर बना हुआ है। जिले में 98 स्कूलों में 20 से कम विद्यार्थियों की पटसंख्या है। वहीं इन स्कूलों में दो के बजाए एक ही शिक्षक विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। बता दें कि गोंदिया जिला परिषद शिक्षा विभाग की ओर से जिले में लगभग 1200 कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक की प्राथमिक शालाएं संचालित है। लेकिन अनेक प्राथमिक शालाओं की इमारते जीर्ण अवस्था में पहुंच चुकी हैं। अधिकांश स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। जैसे की स्वच्छता गृह, शुद्ध पेयजल, खेल के मैदान आदि सुविधाओं का समावेश है। यहां तक की जिन स्कूलों में दो शिक्षकों की नियुक्ति है। लेकिन प्रत्यक्ष रूप में एक ही शिक्षक कार्यरत होकर उन्हें 4 कक्षाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है आदि अनगिनत समस्या है। अब तो सबसे बड़ी समस्या यह भी विद्यार्थी एवं अभिभावकों के सामने है कि अनेक स्कूल जीर्ण होकर कभी भी विद्यार्थियों के जान को खतरा बन सकती है। शैक्षिणक वातावरण निर्माण नहीं होने के कारण अब अभिभावक अपने पाल्यों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने से कतरा रहे हंै। यहीं एक वजह है कि विद्यार्थियों की पटसंख्या में कमी आई है। जिले में 98 स्कूल है, जहां पर 20 से कम विद्यार्थियों की पटसंख्या होकर इन स्कूलों में एक शिक्षक पर ही चार कक्षाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिस कारण विद्यार्थियों को जीर्ण ईमारतों का डर सता रहा है तो शिक्षकों को विद्यार्थियों को कम पटसंख्या का डर इसलिए सता रहा है कि कहीं विद्यार्थियों के अभाव में स्कूल बंद न हो जाए और शिक्षकों के पद अतिरिक्त न हो जाए।
6 करोड़ रुपए का है नियोजन
जीवनेश मिश्रा, कार्यकारी अभियंता, समग्र शिक्षा अभियान के मुताबिक जिला परिषद स्कूलों के जीर्ण कक्षा तथा नई इमारते व स्वच्छता गृह आदि निर्माण के लिए लगभग 6 करोड़ रुपए निधि की आवश्यकता है। जिसका नियोजन तैयार किया जा चुका हंै। जिसे मंजूरी के लिए जिला परिषद शिक्षा समिति के समक्ष पेश करने की प्रक्रिया शुरू है।
Created On :   12 Oct 2022 8:30 PM IST