मृतकों के नाम पर डकार रहे थे पेंशन -  591 मामलों की  सामने आई हकीकत

Pension was waiving in the name of the dead - 591 cases were revealed
मृतकों के नाम पर डकार रहे थे पेंशन -  591 मामलों की  सामने आई हकीकत
मृतकों के नाम पर डकार रहे थे पेंशन -  591 मामलों की  सामने आई हकीकत

डिजिटल डेस्क कटनी । संबल योजना के बाद सामाजिक सुरक्षा पेंशन में भी फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। कांग्रेस सरकार ने पात्र और अपात्रों को लेकर  भौतिक सत्यापन कराया। जिसमें कई तरह की गड़बड़ी उजागर हुई। स्वर्ग लोक कांड से लेकर, माइग्रेट और कम आयु के लोगों को भी पेंशन दिए जाने का खेल संबंधित जनपद और नगरीय निकाय के अधिकारी करते रहे। जिले में कुल 83096 हितग्राहियों में से 72272 का सत्यापन किया जा चुका है। जिसमें 1042 खाता ऐसे मिले। जिसमें चहेतों को उपकृत करने के लिए सामाजिक न्याय विभाग के सारे कायदे-कानून को रद्दी की टोकरी में डालते हुए पेंशन दिए जाने का काम जारी रहा। इसमें 247 हितग्राही ऐसे मिले।  नकी आयु कम रही, फिर भी उन्हें राशि दी जाती रही। स्वर्ग सिधार चुके 591 में से सैकड़ों हितग्राहियों का खाता चालू रहा। 73 ऐसे लोग, जो उस जगह से दूसरे जगहों पर चले गए हैं। उन्हें भी पेंशन के लिए अफसर पात्र मानते रहे।
रीठी में सबसे अधिक  मिले अपात्र
सात जनपदों में सबसे अधिक अपात्रों की संख्या रीठी जनपद पंचायत में रही। यहां पर 11330 हितग्राहियों में से 11261 हितग्राहियों का सत्यापन किया जा चुका है। जिसमें मृत हितग्राहियों की संख्या 288 है। यहां पर कुल 372 हितग्राही अपात्र पाए गए हैं। इसी तरह से जनपद पंचायत बड़वारा में 11839 में सभी हितग्राहियों का सत्यापन हो चुका है। इसमें 330 अपात्र पाए गए हैं। इसमें मृत हितग्राहियों की संख्या 107, अपात्रों की संख्या 32 और माइग्रेट करने वालों की संख्या 8 है। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा में 12951 हितग्राहियों में से 10629 का सत्यापन कर लिया गया है। यहां पर कुल 43 अपात्र पाए गए हैं। जनपद पंचायत कटनी में 8752 में से सभी का सत्यापन हो चुका है। इसमें 110 अपात्र पाए गए हैं। जनपद पंचायत विजयराघवगढ़ में 13222 में से 12542 हितग्राहियों का सत्यान हो चुका है। यहां पर 12500 हितग्राही पात्र पाए गए हैं।
 

Created On :   1 Oct 2019 8:52 AM GMT

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