भुगतान को लेकर भड़के किसान -कलेक्ट्रेट में जाकर किया प्रदर्शन

Protest by paying to farmers in a rage on payment
भुगतान को लेकर भड़के किसान -कलेक्ट्रेट में जाकर किया प्रदर्शन
भुगतान को लेकर भड़के किसान -कलेक्ट्रेट में जाकर किया प्रदर्शन

 कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताई अधिकारियों की लापरवाही, नहीं मिला धान का पैसा, तो करेंगे अनशन
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
धान के भुगतान और गेहूँ का बोनस न मिलने से परेशान किसान अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर परेशान हो गये, तो  मंगलवार को वे कलेक्ट्रेट पहुँचे और कलेक्टर भरत यादव को अपनी व्यथा सुनाई। कलेक्टर की तरफ से उन्हें यह आश्वासन तो दिया गया कि भुगतान हो जायेगा, लेकिन कब तक होगा यह नहीं बताया गया जिसके बाद किसान भड़क उठे और उन्होंने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। किसानों का आक्रोश देखते हुए अधिकारियों ने मोर्चा सँभाला जिसके बाद बड़ी मुश्किल से स्थिति संभली, हालाँकि इसके बाद किसानों ने कहा कि अगर भुगतान जल्द नहीं हुआ तो वे अब अनशन पर बैठेंगे। भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में जिले के दर्जनों किसान अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुँचे। किसान कलेक्टर से मिले और बताया कि सिहोरा-मझौली और दर्शनी के किसानों का धान का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। इसी तरह वर्ष 2019 में गेहूँ खरीदी के बाद 11 लाख किसानों का बोनस 160 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान नहीं हुआ है। बोनस किसानों के खाते में डाला जाये। इसके साथ ही किसानों ने कहा कि जो धान खरीदी के बाद पोर्टल पर चढ़ गई, गोदामों में जमा हो गई पैसे न मिलने पर अधिकारी अब उस धान को रिजेक्ट कर रहे हैं। किसानों की इसमें क्या गलती है। कलेक्टर ने कहा कि धान खराब थी, इसलिये रिजेक्ट हुई है इस धान को हम मिलर को देंगे, वहाँ से जब पैसा मिलेगा तो सोसायटियों से भी बाकी पैसे लेंगे िफर किसानों को पैसा देंगे। कलेक्टर की इस बात से किसान भड़क उठे और नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि जब अधिकारी पूरे समय निरीक्षण कर रहे थे तो घटिया धान की खरीदी कैसे हो गई। अधिकारियों को सोसायटियों से पैसा नहीं मिला है जिसके कारण वे किसानों को परेशान कर रहे हैं और धान रिजेक्ट कर रहे हैं, जबकि जहाँ से पैसा मिला है उनकी धान को सही बता दिया गया है। किसानों को बड़ी मुश्किल से कलेक्ट्रेट के बाहर भेजा गया। इस दौरान संतोष राय, सोनराज, सुंदर राय, राकेश कुमार काछी, छोटे लाल आदि की उपस्थिति रही।  
 

Created On :   4 March 2020 8:20 AM GMT

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