राकेश टिकैत आढि़तियों बिचौलियों की लड़ाई लड़ रहे हैं

कृषि मंत्री ने कसा तंज  राकेश टिकैत आढि़तियों बिचौलियों की लड़ाई लड़ रहे हैं

डिजिटल डेस्क जबलपुर । पंजाब-हरियाणा और यूपी में आढ़ात का काम करने वाले बिचौलिए खुद को किसान बताते हैं, राकेश टिकैत उन्हीं में से एक हैं। इसलिए वो किसानों का हितैशी बताकर जो आंदोलन कर रहे हैं, वो असल में अढ़तियों के पक्ष में लड़ी जा रही लड़ाई है।  प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटैल ने आज यहां अल्प प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि राकेश टिकैत आढि़तियों बिचौलियों की लड़ाई लड़ रहे हैं । पंजाब मेें आढि़तियों की काफी संख्या है । नई कृषि नीति में बिचौलियों का हटाकर पूरा लाभ किसानों को दिए जाने का प्रावधान है और यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है । उन्होंने मप्र. में किसान नेता राकेश टिकैत के कार्यक्रमों को लेकर तंज कसते हुए कहा कि उनका यहां कोई वजूद नहीं है, क्योंकि प्रदेश का किसान शिवराज सरकार की नीतियों से बहुत खुश है।
 कृषि पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में सोयाबीन का रकबा 20 प्रतिशत तक घट गया है। ये किसानों के साथ हमारी सरकार के लिए भी चिंता की बात है, लेकिन प्रदेश सरकार कृषि वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढा जा रहा है। ये बात शहर प्रवास पर पहुंचे प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटैल ने कहीं। श्री पटैल ने कहा कि रकबा कम होने की एक वजह यह भी है कि किसान पुराने बीजों का उपयोग करते हैं, जिसके कारण उनमें बीमारियां लग जाती हैं। इसलिए सोयाबीन की खेती करना किसानों के लिए रिस्की हो गया है, इसलिए प्रदेश में करीब 20 प्रतिशत रकबा कम हुआ है। श्री पटैल ने कहा कि इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा नई उत्तम किस्म के बीज प्रदेश शासन को उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे इस समस्या को जल्द निपटा लिया जाएगा। श्री पटैल ने कहा कि जैविक खेती और गाय पालन को लेकर नई नीतियां बनाई गई हंै, भविष्य में इसका असर देखने को मिलेगा। 

Created On :   16 Aug 2021 2:11 PM GMT

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