शाजापुर: संविधान हमारे राष्ट्र की आत्मा है और भारत के हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह संविधान का सम्मान करते हुए मूल कर्तव्यों का पालन अवश्य करें- न्यायाधीश रूपम वेदी

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शाजापुर: संविधान हमारे राष्ट्र की आत्मा है और भारत के हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह संविधान का सम्मान करते हुए मूल कर्तव्यों का पालन अवश्य करें- न्यायाधीश रूपम वेदी

डिजिटल डेस्क, शाजापुर। शाजापुर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश शाजापुर के आदेशानुसार "संविधान दिवस" के उपलक्ष्य में शुजालपुर के समस्त न्यायालयों एवं अनुविभागों में न्यायाधीशगण, अनुविभाग प्रमुखों एवं कर्मचारियों द्वारा ‘‘संविधान की प्रस्तावना‘‘ का वाचन किया गया तथा तहसील विधिक सेवा समिति की ओर से न्यायाधीशगण द्वारा विद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों में संविधान के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से ऑनलाइन प्लेटफार्म पर विधिक जागरूकता शिविरों का हुआ आयोजन। शासकीय जवाहरलाल नेहरू स्मृति महाविद्यालय शुजालपुर के विधि विभाग के विद्यार्थियों को संविधान के प्रति जागरूक करने एवं कानून की जानकारी देने के लिए ऑनलाईन गूगलमीट प्लेटफार्म पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें विधि के छात्रों को शुजालपुर न्यायालय से न्यायाधीश श्रीमती चंचल बुंदेला ने संविधान के महत्व एवं संविधान से प्रदत्त अधिकारों एवं कर्तव्यों की रक्षा के लिए बनाए गए विभिन्न कानूनों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। साथ ही संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी करवाया। उक्त कार्यक्रम में भोपाल से विधि के प्रोफसर डॉ. विश्वास चौहान ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया तथा शासकीय जवाहरलाल नेहरू स्मृति महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. कुसुम जाजू, विधि विभाग की प्रमुख डॉ. रीता त्रिवेदी, डॉ. संजय मिश्रा एवं डॉ. मोहम्मद यासीन अंसारी, डॉ. राजकुमार साहू मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इसी तरह स्कॉलर्स अकादमी शुजालपुर के विद्यार्थियों में संविधान के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से न्यायाधीश सुश्री अनुष्का शर्मा ने ऑनलाइन गूगलमीट प्लेटफार्म पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन कर विद्यार्थियों को कानून की जानकारी देते हुए बताया कि ‘‘हमारे देश का संविधान सर्वोपरि है‘‘, और विश्व में सबसे बड़ा हस्तलिखित संविधान है, हमारे देश में जितने भी कानून हैं सभी हमें संविधान से प्रदत्त मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों की रक्षा के लिए बनाए गए हैं, हर क्षेत्र में हर जगह कोई न कोई कानून लागू होता है चाहे हम पढ़ रहे हैं, यात्रा कर रहे हैं, मार्केट से कुछ खरीद रहे हैं, वाहन चला रहे हैं, वाहन में यात्रा कर रहे हैं, सोशल साईट्स का उपयोग कर रहे हैं, मोबाईल का उपयोग कर रहे हैं, हर जगह कानून है और जहां कानून का उल्लंघन होगा विधि अनुरूप हम दोषी हो जाऐंगे। इसलिए जरूरी है कि हमें कानून के संबंध में जानकारी अवश्य हो। अतः आप सभी विद्यार्थी संविधान के प्रति सम्मान की भावना रखते हुए उसमें विहित प्रस्तावना का अनुसरण कर अच्छे नागरिक बनें, क्यों कि आप छात्र होकर देश का भविष्य हैं। उक्त शिविर में विधिक सेवा से श्री राजकुमार थावानी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आप संविधान से प्राप्त मौलिक कर्तव्यों का पालन करेंगे तो अधिकार अपने आप ही प्राप्त हो जाऐंगे। अधिकार और कर्तव्य एक दूसरे के पूरक हैं, हमें संविधान का आदर करते हुए राष्ट्र सर्वोपरी की भावना को दिल में जगाए रखना है। कार्यक्रम के समापन पर विद्यार्थियों को संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी करवाया गया। उक्त कार्यक्रम में विद्यालय की ओर से संचालक श्री सत्यजीत देशमुख, प्रचार्या श्रीमती गीता देशमुख एवं श्रीमती बिंदु दांगी व श्री धीरेन्द्र देशमुख उपस्थित थे।

Created On :   27 Nov 2020 7:37 AM GMT

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