व्यापारी जुटे धान खरीदी में सरकारी केंद्रों का नहीं अता-पता

Traders do not know about government centers in buying paddy
व्यापारी जुटे धान खरीदी में सरकारी केंद्रों का नहीं अता-पता
गोंदिया व्यापारी जुटे धान खरीदी में सरकारी केंद्रों का नहीं अता-पता

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. प्रशासन के पास पूरी यंत्रणा होने के बावजूद भी दीपावली के पूर्व धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हो पाए। जबकि व्यापारियों ने धान खरीदी केंद्र शुरू कर किसानों को नगद राशि देने का काम शुरू कर दिया है। सरकारी केंद्रों पर खरीदी नहीं होने के कारण मजबूरन किसान व्यापारियों को अल्प दाम पर धान बेच रहे हैं। इस तरह की स्थिति ऐसी ही बनी रही तो, 60 प्रतिशत से अधिक धान व्यापारियों के केंद्रों पर बिक जाएगा। बता दें कि जिले में धान का उत्पादन बड़े पैमाने पर लिया जाता है। यहां के किसान धान फसल पर ही निर्भर होते हैं। दीपावली के पूर्व शासकीय धान खरीदी केंद्रों का शुभारंभ किया जाता है। ताकि दीपावली पर किसानों को सरकारी समर्थन मूल्य धान की राशि का लाभ मिल सके। लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं हो सका। जबकि प्रशासन के पास प्रबल यंत्रणा है। बावजूद धान खरीदी की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी। वहीं दूसरी ओर व्यापारियों ने दीपावली के पूर्व ही धान खरीदी केंद्र शुरू कर अल्प दाम पर धान खरीदने का काम जोरों से शुरू कर दिया है। सरकारी धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने के कारण मजबूरन किसानों को व्यापारियों को ही धान बेचना पड़ रहा है। शासन ने इस वर्ष की खरीफ फसल के धान को 2 हजार 40 रुपए प्रति क्विंटल दर के हिसाब से खरीदने के निर्देश दिए हैं। लेकिन व्यापारी 1 हजार 300 से लेकर 1 हजार 500 रुपए तक खरीदी कर रहे हैं। अर्थात एक क्विंटल पर 400 से 500 रुपए कम दिए जा रहे हैं। यदि इसी तरह स्थिति बनी रही तो धान खरीदी केंद्र शुरू होते तक 60 प्रतिशत से अधिक धान व्यापारियों के गोदामों में चला जाएगा। जिससे किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाएगा। 

Created On :   27 Oct 2022 5:55 PM IST

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