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होटलों में सप्लाई की जाती थीं युवतियाँ, एमपी के बाहर से आ रहीं सेक्स वर्कर

डिजिटल डेस्क जबलपुर। विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित मुस्कान प्लाजा के ए ब्लॉक के फ्लैट नम्बर 214 में सेक्स रैकेट चलाने वालों से पूछताछ में पता चला है कि वे दिल्ली से सेक्स वर्कर मँगाकर होटलों में सप्लाई करते हैं। इस मामले में पुलिस उन होटलों का पता लगा रही है, जिनसे युवतियों को बुलाया जाता था। इस मामले के मास्टर माइंड इम्तियाज को पुलिस ने एक दिन की रिमांड पर लिया है। नेपाली युवती, इम्तियाज की पत्नी और साहिल को जेल भेज दिया गया है।
रिमांड पर लिये गए इम्तियाज से जानकारी ली जा रही है कि वह सेक्स रैकेट के लिए युवतियों को कहाँ से मँगवाता था। अभी तक उसने केवल एक स्थानीय युवती का ही जिक्र किया है, जिसकी मौत हो चुकी है। उसके अलावा वह बाहर से ही सेक्स वर्कर मँगाता था जिसके कारण उस पर लोग शक कम करते थे। उसने अभी तक उन होटलों के नाम नहीं बताये हैं जिनमें वह युवतियों की सप्लाई करता था।
मोबाइलों की जाँच-
साइबर क्राइम विंग ने सेक्स रैकेट में पकड़े गए आरोपियों के मोबाइलों की जाँच शुरू कर दी है। इन मोबाइलों से उन लोगों का पता लगाया जा रहा है जिनके सम्पर्क में यह रैकेट चल रहा था। इसके अलावा कौन-कौन लोग यहाँ ग्राहक बनकर आते थे उनका भी पता लगाया जा रहा है। इम्तियाज का पुलिस ने दो दिन का रिमांड माँगा था लेकिन कोर्ट ने एक दिन का ही रिमांड दिया है।
पंटर ने दिये एक हजार रुपये-
पुलिस ने जो पंटर भेजा था उससे एक हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। उसने बताया कि इस अड्डे का रेट 5 सौ से लेकर एक हजार रुपये तक था। युवतियों को साथ में बाहर ले जाने का रेट दो हजार रुपये फिक्स किया गया था। होटल ले जाने का रेट एक हजार रुपये तय किया गया था।
कहाँ बनाई फर्जी आईडी-
इम्तियाज ने राहुल शर्मा एवं उसकी पत्नी ने नेहा शर्मा के नाम पर फर्जी आईडी बना रखी थी। उसने फ्लैट मालिक को राहुल शर्मा बनकर ही फर्जी आईडी पेश की थी। यह फर्जी आईडी उसने कहाँ बनवाई थी उसका पता लगाया जा रहा है। इम्तियाज की पत्नी का कहना है कि उन्होंने खुद ही यह फर्जी आईडी फोटो कॉपी के जरिये बना ली थी।
जाँच में और खुलासे होंगे-
सेक्स रैकेट में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं और उनकी तस्दीक की जा रही है। इसके अलावा मोबाइलों की जाँच भी कराई जा रही है।
-यूएस सोनी, टीआई विजय नगर
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।