- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- पुणे
- /
- वनतारा के बाद अब दक्षिण अफ्रीका...
Pune City News: वनतारा के बाद अब दक्षिण अफ्रीका भेजे जाएंगे तेंदुए

भास्कर न्यूज, पुणे। वनों की कटाई, सीमेंट के जंगलों के बढ़ने और गन्ने की बढ़ती खेती के कारण, तेंदुओं ने अब जंगलों के बजाय गन्ने के खेतों को अपना घर बना लिया है। शिकार कम होने के कारण, यह शिकारी इंसानों पर हमला करने लगे है। राज्यभर में तेंदुआ-इंसान संघर्ष तेज हो गया है। इसी पृष्ठभूमि पर राज्य के वन मंत्री गणेश नाइक ने बड़ा ऐलान किया है। नाइक ने बेल्हे में स्पष्ट किया कि अब से पकड़े गए तेंदुओं को महाराष्ट्र में नहीं छोड़ा जाएगा, बल्कि सीधे गुजरात के वंतारा और दक्षिण अफ्रीका भेजा जाएगा।
एक निजी कार्यक्रम में बेल्हे पहुंचने पर नाईक ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही। नाईक ने कहा कि यह संकट केवल जुन्नर, आंबेगांव, शिरूर तक ही सीमित नहीं है। अब अहिल्यानगर, नाशिक, नंदुरबार जैसे जिलों में भी तेंदुओं के हमले बढ़ गए हैं। सिर्फ जुन्नर, आंबेगांव, शिरूर इलाकों में ही 55 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
वन मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार के कानून थोड़े जटिल हैं, फिर भी सरकार अपने इस रुख पर अडिग है कि "मानव जीवन महत्वपूर्ण है।" सरकार ने तेंदुओं को रोकने के लिए 1,000 नए पिंजरे खरीदने के लिए धनराशि मंजूर कर दी है। जुन्नर और शिरूर इलाकों में तेंदुओं का आतंक बढ़ गया है। मैंने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
नाईक ने बताया कि गुजरात से 'वनतारा' टीम मानिकडोह आश्रय केंद्र पहुंच गई है और बातचीत चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका से भी तेंदुओं की मांग आई है, इसलिए हम केंद्र सरकार की मदद से वहां भी तेंदुए भेजने की कोशिश कर रहे हैं। नाइक ने कहा, तेंदुए के हमले में मरने वाले व्यक्ति के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है, लेकिन पैसे से जान नहीं लौटती। उन्होंने ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने के आदेश दिए।
Created On :   13 Nov 2025 1:54 PM IST












