Satna News: गोली लगने से घायल हेड कांस्टेबल 12 दिन बाद हारा जिंदगी की जंग

गोली लगने से घायल हेड कांस्टेबल 12 दिन बाद हारा जिंदगी की जंग
  • दिल्ली के हॉस्पिटल में थमी सांसें
  • परिजनों के आग्रह पर राज्य सरकार की तरफ से एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई
  • आरोपी को 3 दिन तक चले इलाज के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराते हुए सेंट्रल जेल भेज दिया गया है

Satna News: गोली लगने से घायल जैतवारा थाने के प्रधान आरक्षक प्रिंस कुमार गर्ग पुत्र अवध बिहारी गर्ग (36), की इलाज के दौरान दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। उन्हें बुधवार की रात को ही रीवा से एयरलिफ्ट किया गया था, लेकिन यह कोशिश भी जिंदगी बचाने में काम नहीं आई। गौरतलब है कि 28 अप्रैल की रात को लगभग साढ़े 12 बजे जब हेड कांस्टेबल जैतवारा थाने की बैरक में खाना खाने की तैयारी कर रहे थे।

तभी आदतन बदमाश आदर्श उर्फ अच्छू शर्मा (20) ने कट्टे से गोली मार दी थी, जो दाहिने तरफ कॉलर बोन के पास से आरपार हो गई थी। घटना के तुरंत बाद उन्हें जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां से मेडिकल कॉलेज रीवा रेफर कर दिया गया। दो दिन तक चले उपचार के बाद प्रिंस को एक निजी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया, जहां 6 मई को ऑपरेशन किया गया, लेकिन हालत में सुधार होने की बजाय स्वास्थ्य बिगड़ता गया और इंफेक्शन बढ़ता गया।

7 मई की रात किया गया एयरलिफ्ट

अंतत: परिजनों के आग्रह पर राज्य सरकार की तरफ से एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई, जिसके जरिए प्रधान आरक्षक को 7 मई की रात रीवा एयरपोर्ट से दिल्ली ले जाया गया, मगर वहां पहुंचने तक संक्रमण इस कदर फैल चुका था कि विशेषज्ञ चिकित्सक भी कुछ नहीं कर पाए और शुक्रवार की सुबह प्रिंस जिंदगी की जंग हार गए। उनका पार्थिव शरीर विशेष एंबुलेंस में सडक़ मार्ग से देर रात सतना लाया जाएगा।

शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्त में आया था आरोपी

थाने में घुसकर हेड कांस्टेबल को गोली मारने का आरोपी आदर्श उर्फ अच्छू शर्मा पुत्र विवेक शर्मा 20 वर्ष, निवासी मेहुती थाना जैतवारा, को चार दिन की तलाश के बाद 2 मई की रात कोटर क्षेत्र में टिकुरी-अकौना रोड में ईंट-भट्ठे के पास से शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया गया था।

पकड़े जाने से पहले बदमाश ने 3 राउंड फायर किए थे, जिसमें से एक गोली कोटर थाना प्रभारी दिलीप मिश्रा की बुलेटप्रूफ जैकेट में भी लगी थी, जबकि पुलिस पार्टी ने 5 फायर किए थे, जिसमें से एक बुलेट आरोपी के दाएं पैर में लगी थी। आरोपी को 3 दिन तक चले इलाज के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराते हुए सेंट्रल जेल भेज दिया गया है, अब जबकि हेड कांस्टेबल की मौत हो गई है, तो हत्या की कोशिश के प्रकरण में मर्डर की धारा बढ़ाई जाएगी।

Created On :   10 May 2025 5:36 PM IST

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