Satna News: ड्राई फ्रूट्स कारोबार से जुड़े तारवानी ग्रुप समेत 5 फर्मों में स्टेट जीएसटी की दबिश

ड्राई फ्रूट्स कारोबार से जुड़े तारवानी ग्रुप समेत 5 फर्मों में स्टेट जीएसटी की दबिश
  • सतना-रीवा के 30 से अधिक अफसर कर रहे स्टॉक सत्यापन
  • स्टेट जीएसटी के अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि काजू बनाने की फैक्ट्री भी संचालित है।

Satna News: कर अपवंचन के मामले में शहर के 5 ड्राई फ्रूट्स कारोबारियों के दुकान और घर में स्टेट जीएसटी की टीम ने एक साथ छापामार कार्यवाही की है। जांच के दायरे में तारवानी ग्रुप की चार फर्में भी शामिल हैं, जिनकी दुकानें शहर के अलग-अलग स्थानों में संचालित हैं। जब्त किए गए दस्तावेजों के आधार पर स्टॉक का सत्यापन किया जा रहा है। इस कार्यवाही में सतना और रीवा के 30 से अधिक स्टेट जीएसटी के अफसर शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक स्टेट जीएसटी के संयुक्त आयुक्त उमेश तिवारी के निर्देश पर दोपहर 1 बजे टीम ने तारवानी ग्रुप से जुड़ी फर्म जयस्तंभ चौक स्थित सुशील ट्रेडिंग कंपनी, रेलवे स्टेशन रोड के संजय ड्राई फ्रूट्स, गांधी चौक स्थित मोहनी स्पाइसेस, खेरमाई रोड के संजय ड्राई फ्रूट्स एक्सलूसिव और खजुरी टोला रोड स्थित आवास के अलावा ईदगाह चौक में संचालित केएमडी ट्रेडर्स में दबिश दी गई है। इन सभी फर्मों में ड्राई फ्रूट्स का थोक और गिफ्ट पैकिंग तैयार कर उसकी बिक्री किए जाने का काम होता है। दुकानों में मिले दस्तावेजों के आधार पर स्टॉक का सत्यापन किया जा रहा है।

ड्राई फ्रूट्स में 5 से 18 फीसदी जीएसटी

सूत्रों के मुताबिक ड्राई फ्रूट्स में 5 से 18 फीसदी जीएसटी है। यह जांच पड़ताल की जा रही है कि कौन से ड्राई फ्रूट्स स्टेट और स्टेट के बाहर से खरीदा गया है। उसे यहां पर लाकर किस तरह से प्रोसेस कर पैकिंग तैयार कर कितने में बिक्री करते हैं और कितना टैक्स लिया जा रहा है। इस कार्यवाही में एसीटीओ अमित पटेल, एसटीओ शशिभूषण तिवारी, मृत्युंजय तिवारी, प्रियंका सोहगौरा, सुदीप चतुर्वेदी, दीपा द्विवेदी के अलावा कई अधिकारी शामिल थे। स्टेट जीएसटी के अधिकारी सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जवानों को लेकर साथ गए थे।

तलाशते रहे काजू बनाने की फैक्ट्री

सूत्रों के मुताबिक स्टेट जीएसटी के अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि काजू बनाने की फैक्ट्री भी संचालित है। इस फैक्ट्री की तलाश के लिए गहरा नाला स्थित औद्योगिक क्षेत्र, मैहर बायपास समेत कई स्थानों में अधिकारियों को पता करने के लिए भेजा गया, मगर फैक्ट्री की सही लोकेशन नहीं थी, जिसके कारण अधिकारी भटकते रहे। काजू बनाने की फैक्ट्री नहीं मिली। अंतत: फैक्ट्री की तलाश में भेजे गए अफसर वापस आ गए और दुकानों में चल रही जांच में शामिल हो गए।

इनका कहना है-

शहर के अलग-अलग स्थानों में संचालित ड्राई फ्रूट्स कारोबार से जुड़ी पांच फर्मों में स्टेट जीएसटी की टीम ने दबिश दी है। दस्तावेजों के आधार पर स्टॉक का सत्यापन चल रहा है।

उमेश तिवारी, ज्वाइंट कमिश्नर स्टेट जीएसटी सतना

Created On :   17 Sept 2025 2:23 PM IST

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