Gopal Khemka Murder Case: बिजनेसमैन गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, मुख्य आरोपियों में से एक शूटर उमेश को किया गिरफ्तार

- गोपाल खेमका हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोरा
- घर के बाहर बदमाशों ने बिजनेसमैन पर चलाईं गोलियां
- पुलिस ने संदिग्ध को लिया हिरासत में
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की राजधानी पटना में बिजनेसमैन गोपाल खेमका मर्डर केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने उमेश नाम के उस शूटर को गिरफ्तार किया है जो इस हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में से एक है। हालांकि पुलिस की तरफ से अभी तक इसे लेकर कोई ऑफिशियल पुष्टी नहीं की गई है। माना जा रहा है कि मंगलवार को इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है।
4 जुलाई (शुक्रवार) को देर रात करीब पौने 12 बजे गोपाल खेमका को उनके घर के बाहर कुछ बदमाशों ने गोली मार दी थी। वह कार से उतरकर अपनी घर की तरफ जा रहे थे तभी बदमाशों ने उन पर धुआंधार फायरिंग कर दी थी। गोली लगने के बाद खेमका के परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
चार साल पहले बेटे की भी हुई थी हत्या
चार साल पहले यानी 2018 में गोपाल खेमका के बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह मामला हाजीपुर जमीन विवाद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि गोपाल खेमका पहले पुलिस सुरक्षा दी गई थी जिसे पिछले साल अप्रैल में हटा लिया गया था।
सीएम नीतीश ने बुलाई थी इमरजेंसी मीटिंग
बिजनेसमैन खेमका हत्याकांड के बाद नीतीश कुमार ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में उन्होंने आरोपियों को पकड़ने के लिए एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद डीजीपी विनय कुमार ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में जांच तेज कर दी है। उन्होंने आगे बताया कि जांच टीम को वारदात स्थल से एक गोली और कारतूस मिला है। इसके अलावा कुछ अन्य अहम सुराग भी मिले हैं।
परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोप
उधर, खेमका के परिवार वालों ने पुलिस पर देरी से पहुंचने का आरोप लगाया। जिसको नकारते हुए डीजीपी ने कहा कि गोली चलने के बाद परिवार वाले गोपाल खेमका को कंकड़बाग हॉस्पिटल ले गए थे, जिसकी वजह से करीब 30 से 35 मिनट लगे।
डीजीपी के मुताबिक अस्पताल से ही पुलिस को वारदात की सूचना मिली थी, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं इस हत्याकांड को लेकर सूबे की सियासत भी गरमा गई। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस घटना की निंदा करते हुए राजधानी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
Created On :   7 July 2025 9:46 PM IST