पुष्य नक्षत्र : क्या है इसका महत्व और क्या करें उपाय

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। यह शुभ मुहूर्त खरीददारी के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस बार पुष्य नक्षत्र 22 अप्रैल को है। साथ ही इस दिन गंगा सप्तमी भी है। पुष्य नक्षत्र के दिन किए गए हर कार्य का उत्तम फल प्राप्त होता है। यदि आप कोई वस्तु खरीदना चाहते हैं और उसे फलदायी बनाना चाहते हैं तो उसे पुष्य नक्षत्र में खरीदिए। हिन्दू धर्म में व्रत, पर्व और त्योहार हैं और सबका अपना एक अलग महत्व होता है। इन सभी पर्वों में मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। हर शुभ कार्य के लिए अलग-अलग मुहूर्त होते हैं, लेकिन कुछ मुहूर्त ऐसे होते हैं जो हर कार्य के लिए विशेष होते हैं। इन्हीं में से एक है, पुष्य नक्षत्र जिसे खरीदारी से लेकर अन्य शुभ कार्यों तक शुभ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र के दिन किए गए कुछ टोटके कारगर सिद्ध होते हैं। जिनसे आपकी धन-संपत्ति बढ़ती है और अन्य कई कार्य हैं जो पूर्ण होते हैं। आपको बताते हैं इन्हीं में से कुछ टोटके जिन्हें करने से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।
यदि रवि पुष्य नक्षत्र पर मोती शंख में जल भरकर लक्ष्मी जी की मूर्ति के पास रखा जाए तो अन्नपूर्णा देवी अत्यंत खुश होती हैं।
इस समय माँ लक्ष्मी जी के धन प्राप्ति के मंत्र का जप कमलगट्टे की माला के साथ 108 बार करें। आपके लिए धन के द्वार खुल जाएंगे।
माँ लक्ष्मी को कमल पुष्प अत्यंत प्रिय है अत:उनकी पंचोपचार पूजा विधि या षोडशोपचार पूजा में कमल पुष्प और सफ़ेद मिठाई अर्पित करें।
इस पुष्य नक्षत्र के समय अपामार्ग के पौधे का माथे पर तिलक लगाने से आपकी सम्मोहन शक्ति बढ़ेगी। इससे आपकी बातें दूसरे मानने लगेंगे।
इस शुभ मुहूर्त में यदि आप धन संचय करने वाली तिजोरी में अपामार्ग की जड़ रखेंगे तो यह तिजोरी आपके लिए भाग्यशाली और धन खींचने का साधन बन सकती है।
यह दिन माला से मंत्र जप का सही दिन माना जाता है, आप किसी मंत्र को जाप द्वारा सिद्ध कर सकते हैं।
शुभ मुहूर्त
दिनांक : 22 अप्रैल 2018
समय : शाम 6 बजकर 55 मिनिट से
23 अप्रैल दोपहर 3 बजकर 45 मिनिट तक
Created On :   17 April 2018 4:27 PM IST