तुलसी के 8 नाम, घर में है पौधा तो जानें ये खास बातें...

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तुलसी का पौधा, हिंदु धर्म में अतिपवित्र बताया गया है। किसी भी शुभ कार्य में तुलसी की मौजूदगी उस कार्य की पवित्रता और बढ़ा देती है। माना जाता है कि जिस भी स्थान पर तुलसी होती है वहां भगवान विष्णु स्वयं वास करते हैं। तुलसी की पूजा से बुरे ग्रहों से छुटकारा भी मिलता है और घर गृह-क्लेश समाप्त होकर घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है एवं बुरी शक्तियों का वास नहीं होता। यहां हम आपको तुलसी से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं...
इनके आठ नाम और उनका अर्थ
1. वृंदा - सभी वनस्पति व वृक्षों की आधि देवी।
2. वृन्दावनी - जिनका उद्भव व्रज में हुआ।
3. विश्वपूजिता - समस्त जगत द्वारा पूजित।
4. विश्व-पावनी - त्रिलोकी को पावन करने वाली।
5. पुष्पसारा - हर पुष्प का सार।
6. नंदिनी - ऋषि-मुनियों को आनंद देने वाली।
7. कृष्ण जीवनी - श्रीकृष्ण की प्राण जीवनी।
8. तुलसी - अद्वितीय।
इन नामों को जपने व तुलसी की नियमित पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में तुलसी पूजन का अति महत्व बताया गया है। तुलसी अगर घर में है तो कुछ खास नियमों का ध्यान रखना चाहिए-
- रविवार, एकादशी, द्वादशी, संक्रान्ति तथा संध्या काल में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए।
- तुलसी का पत्ता कभी सीधे दांतों से नहीं चबाना चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार यदि कोई व्यक्ति बिना नहाए ही तुलसी के पत्तों को तोड़ता है तो पूजन में ऐसे पत्ते भगवान द्वारा स्वीकार नहीं किए जाते हैं।
- तुलसी के पत्तों को 11 दिनों तक बासी नहीं माना जाता है। इसकी पत्तियों पर हर रोज जल छिड़कर पुन: भगवान को अर्पित किया जा सकता है।
- तुलसी के पत्तों को शाम के वक्त नहीं तोड़ना चाहिए।
- सुबह-शाम दीप जलाने से माता तुलसी प्रसन्न होती हैं और साधक को दीर्घ आयु का वदरदान प्रदान करती हैं।



Created On :   9 Sept 2017 9:28 AM IST