Mangala Gauri Vrat 2025: सावन के तीसरे मंगला गौरी व्रत पर इस विधि से करें पूजा, जानिए इस दिन का महत्व

सावन के तीसरे मंगला गौरी व्रत पर इस विधि से करें पूजा, जानिए इस दिन का महत्व
  • सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत 29 जुलाई 2025 को है
  • पार्वती जी की पूजा शास्त्रों में बहुत ही मंगलकारी बताई है
  • व्र तसे कुंडली में मंगल दोष की समस्या दूर हो जाती है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सावन महीने के प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) रखा जाता है। ये व्रत सुहागिन महिलाओं और कुंवारी कन्याओं दोनों रख सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि, इस व्रत को रखने से जहां कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है, वहीं सुहागिनों का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है और विवाह से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत 29 जुलाई 2025 यानि कि आज है।

ज्योतिषियों के अनुसार, पार्वती जी की पूजा को शास्त्रों में बहुत ही मंगलकारी बताया गया है। सावन में पड़ने वाले मंगला गौरी व्रत का पालन करने को लेकर कहा जाता है कि, इससे कुंडली में मंगल दोष की समस्या भी दूर हो जाती है। आइए जानते हैं इस व्रत का महत्व और पूजा की विधि...

मंगला गौरी व्रत का महत्व

माता पार्वती के मंगला गौरी व्रत का सावन माह में अत्यधिक महत्व होता है। मान्यता है कि मंगला गौरी के व्रत रखने से माता पार्वती की असीम कृपा प्राप्त होती है जिससे घर में सुख शांति और घर में खुशहाली बनी रहती है। कहा जाता है कि, पूरे सावन पड़ने वाले मंगला गौरी के व्रत को करने से मनवांछित फलों की प्राप्ती होती हैं। अविवाहित युवती को इस व्रत का पालन करने की सलाह दी जाती है जिसके करने मात्र से उनके विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं। मंगला गौरी व्रत को रखने से संतान से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।

मंगला गौरी की पूजन विधि

- मंगला गौरी व्रत की शुरूआत बह्म मुहूर्त में उठकर करें।

- स्नानादि से निवृत्त होकर सूर्य को जल चढ़ाएं और व्रत का संकल्प लें।

- साफ सुथरे और नए कपड़े पहनकर व्रत करें।

- पूजा के समय मां मंगला गौरी का चित्र या मूर्ति स्थापित करें।

- व्रत के दौरान, एक ही समय का भोजन करें और पूरे दिन माता पार्वती की पूजा अर्चना करें।

इस मंत्र का करें जाप

मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरीप्रीत्यर्थं पंचवर्षपर्यन्तं मंगलागौरीव्रतमहं करिष्ये

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   29 July 2025 4:15 PM IST

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