सोशल मीडिया: लाल सुर्ख सूट में जमकर वायरत हो रहा है अमृता फडणवीस का गाया शबद-कीर्तन, अबतक 5 मिलियन से अधिक व्यूज - दिग्विजय बोले - सुनकर बहुत अच्छा लगा

  • गुरु नानक पातशाह के शबद “कोई बोले राम राम, कोई खुदाए” का गायन
  • अमृता फडणवीस का गाया शबद-कीर्तन जमकर वायरत हो रहा है
  • अबतक 5 मिलियन से अधिक व्यूज मिले हैं

Mumbai News. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पत्नी अमृता फडणवीस खालसाई रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। जहां फडणवीस केसरिया पगड़ी मेंनजर आए, वहीं उनकी पत्नी अमृता फडणवीस का गाया हुआ गुरु नानक पातशाह का शबद कीर्तन सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसके बोल हैं “कोई बोले राम राम, कोई खुदाए” शबद पर आधारित इस वीडियो को अब तक 5 मिलियन से अधिक व्यूज मिल चुके हैं। वीडियो में अमृता फडणवीस लाल सुर्ख सूट में पारंपरिक सिखणी रूप में नजर आ रही हैं। उनकी मधुर आवाज ने दर्शकों का मन मोह लिया है।


इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी केसरिया पगड़ी में गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी समागम में देखा गया था, जहां उन्होंने कहा था —

“गुरु तेग बहादुर साहिब जी सभी धर्मों की रक्षा के लिए शहीद हुए, इसलिए उन्हें हिन्द-दी-चादर कहा गया।”


राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी सराहना

अमृता फडणवीस के इस शबद - कीर्तन को न केवल आम जनता बल्कि राजनीतिक गलियारों से भी सराहना मिल रही है।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर अमृता का कीर्तन साझा करते हुए लिखा —

“धन्यवाद अमृता फडणवीस जी, आपके श्रीमुख से गुरु नानक जी के शब्दों पर गाया हुआ यह शबद सुनकर बहुत अच्छा लगा।” उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रही।



शबद का आध्यात्मिक संदेश : सर्वधर्म समभाव

गुरु नानक देव जी का यह शबद एकता, समानता और सर्वधर्म समभाव का प्रतीक है। इसमें संदेश दिया गया है कि मनुष्य भले ही ईश्वर को अलग-अलग नामों से पुकारता हो। कोई राम, कोई खुदा, कोई गोसाईं, कोई अल्लाह कहता है। परंतु परमात्मा एक ही है।

धर्म, भाषा, पूजा-पद्धति या वस्त्र भले ही भिन्न हों, लेकिन सभी का उद्देश्य परम सत्य की प्राप्ति ही है। गुरु जी कहते हैं कि सच्चा ज्ञानी वही है, जिसने ‘हुक्म’ — यानी ईश्वर की आज्ञा और उसकी व्यवस्था को पहचान लिया, और यह समझ लिया कि प्रभु की उपासना के अनेक मार्ग होते हुए भी लक्ष्य एक ही है।


अमृता फडणवीस एक मल्टी-टैलेंटेड व्यक्तित्व

अमृता फडणवीस का जन्म 9 अप्रैल 1979 को नागपुर के एक चिकित्सक परिवार में हुआ। उन्होंने फाइनेंस में एमबीए किया है और लंबे समय तक एक्सिस बैंक में उपाध्यक्ष (Vice President) के रूप में कार्य किया था। लगभग 17 वर्षों तक बैंकिंग क्षेत्र में सक्रिय रहने के बाद अब वे सामाजिक कार्यकर्ता और गायिका के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं। वे राज्य स्तरीय अंडर-16 टेनिस खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। दिसंबर 2005 में उनकी शादी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हुई, और उनकी एक पुत्री दिविजा फडणवीस है। सोशल मीडिया पर भी अमृता अपनी कलात्मक और सामाजिक गतिविधियों के कारण विशेष लोकप्रियता रखती हैं।

भक्ति और संगीत का संगम

अमृता फडणवीस का यह नवीन कीर्तन वीडियो भक्तिभाव, और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। इसने यह संदेश दिया है कि भक्ति की भाषा, जाति या धर्म नहीं होती, केवल भावना होती है।

Created On :   28 Oct 2025 10:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story