जागरूकता: डिजिटल जाल नामक नाटक का मंचन, जालसाजी से बचाने बैंक और संस्था की संयुक्त पहल

डिजिटल जाल नामक नाटक का मंचन, जालसाजी से बचाने बैंक और संस्था की संयुक्त पहल
  • डिजिटल अरेस्ट और निवेश घोटालों को लेकर कर रहे जागरूक
  • निवेश ठगी से बचाने पर जोर
  • साइबर ठगी से बचाने की कवायद

Mumbai News. दुष्यंत मिश्र। मीडिया के जरिये चल रहे जागरूकता अभियानों के बावजूद साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब लोगों को जागरूक करने के लिए पारंपरिक नुक्कड़ नाटकों का रुख किया गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने सतर्कता जागरूकता अभियान के तहत इस साल यंग क्रिएटिव प्रोडक्शन के साथ समझौता किया है जिसके तहत मुंबई और आसपास के इलाकों में ‘डिजिटल जाल' नामक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जा रहा है। बैंक के विजिलेंस विभाग से जुड़े मनोज गुप्ता ने कहा कि जागरूकता के लिए हमने नुक्कड़ नाटक का सहारा लेने का फैसला इसलिए किया क्योंकि दूसरे आधुनिक माध्यमों के बजाय इसके जरिए ज्यादा सटीक तरीके के अपनी बात पहुंचाई जा सकती है। 18 अगस्त से शुरू हुआ यह अभियान 17 नवंबर तक चलेगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर के मौके पर इस साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह (27 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच) मनाया जाएगा।

डिजिटल अरेस्ट और निवेश ठगी से बचाने पर जोर

नाटक के लेखक और निर्देशक निजामुद्दीन शाह ने कहा कि बैंक अधिकारियों से बातचीत कर हमने नाटक की स्क्रिप्ट तैयार की है। फिलहाल डिजिटल अरेस्ट और निवेश घोटाले के नाम पर बड़ी संख्या में लोगों से मोटी रकम ऐंठी जा रही है। डिजिटल अरेस्ट में जालसाज अक्सर खुद को पुलिस, सीबीआई या नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बताकर लोगों को वीडियो कॉल कर धमकाते हैं। इसके बाद जांच के नाम पर पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया जाता है। इसी तरह शेयर बाजार और क्रिप्टो करेंसी जैसे माध्यमों में निवेश के जरिए मोटे मुनाफे का झांसा देकर भी लोगों से उनकी गाढ़ी कमाई लूटी जा रही है।

सरकारी अधिकारी नहीं मांगते ऑनलाइन पैसे

हम इन नाटकों के जरिए लोगों को बताते हैं कि वे हमेशा सतर्क रहें। कोई सरकारी अधिकारी ऑनलाइन पैसे नहीं मांगता इसलिए जैसे ही कोई डर दिखाकर पैसे भेजने को कहे तो सावधान हो जाएं और पुलिस से संपर्क करें। इसी तरह सोशल मीडिया के जरिए साझा किए जाने वाले अनजान लिंक और लुभावने निवेश ऑफर से सतर्क रहने की जरूरत होती है। लोगों को यह भी बताया जाता है कि साइबर ठगी की स्थिति में वे राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर फोन कर मदद मांग सकते हैं। रेलवे स्टेशन, चौपाटी, महाविद्यालयों आदि में जाकर यंग क्रिएटिव प्रोडक्शन की टीम से जुड़े संदीप जैस्वार, तन्वी पाटणकर, हर्ष कदम, सनी सव, निशा, वंदना जैसे कलाकार मनोरंजक तरीकों से लोगों को डिजिटल दुनिया के खतरों से आगाह कर रहे हैं।

नाटक देखकर लोग साझा करते हैं आपबीती

निजामुद्दीन शाह ने कहा कि नाटक देखकर बड़ी संख्या में लोग हमारे साथ अपना अनुभव साझा करते हैं। ठगी का शिकार हो चुके कई लोग कहते हैं कि अगर हमने पहले इस तरह का नुक्कड़ नाटक देखा होता तो हम अपने पैसे न गंवाते। बांद्रा में हमारा नुक्कड़ नाटक देखकर एक व्यक्ति भावुक होकर रोने लगा।

Created On :   26 Oct 2025 9:35 PM IST

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