Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की आराधना, जानिए पूजा विधि

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की आराधना, जानिए पूजा विधि

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में नवरात्रि (Navratri) पर्व का बड़ा महत्व है। जिसमें मां दुर्गा के 9 अलग- अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है। वहीं आज से शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) की शुरुआत हो चुकी है। पहले दिन देवी भगवती के 9 स्वरूपों में पहली शक्ति मां शैलपुत्री (Maa Shailputri) की पूजा की जाती है। माता ने देवासुर संग्राम के पहले दिन राक्षसों का वध किया था। आइए जानते हैं माता का स्वरूप और पूजा विधि...

मां शैलपुत्री का स्वरूप

मां शैलपुत्री सफेद रंग के वस्त्र धारण करती हैं और इनकी सवारी नंदी हैं। देवी के माथे पर अर्ध चंद्र स्थापित है और दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं में कमल है। देवी सती ने पर्वतराज हिमालय के घर पुर्नजन्म लिया और वह फिर वह शैलपुत्री कहलाईं। ऐसा माना जाता है कि मां शैलपुत्री की पूजा करने से चंद्र दोष से मुक्ति मिलती है।

पूजा विधि

- नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहुूर्त में कलश स्थापना करें और फिर मां शैलपुत्री की पूजा करें।

- देवी को सफेद फूल, सिंदूर, अक्षत, धूप आदि चढ़ाएं।

- इसके बाद सफेद रंग की बर्फी का भोग लगाएं।

- माता के मंत्रों का उच्चारण करें।

- दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

- यदि संभव हो सके तो दुर्गा सप्तशती का पाठ करें या करवाएं।

- पूजा के अंत में गाय के घी के दीपक या कपूर से आरती करें।

- पूजा के दौरान या बाद में क्षमा प्रार्थना करें।

मां शैलपुत्री मंत्र

- ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः ।।

- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे ॐ शैलपुत्री देव्यै नम:।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   22 Sept 2025 1:50 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story