Education: दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए सीबीएसई ने घटाया सिलेबस    

Education: CBSE reduced syllabus for Class X board exams
Education: दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए सीबीएसई ने घटाया सिलेबस    
Education: दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए सीबीएसई ने घटाया सिलेबस    

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सीबीएसई ने 10वीं कक्षा के छात्रों को राहत देते हुए सामाजिक विज्ञान सिलेबस कम कर दिया है। सीबीएसई ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में छात्रों की सहूलियत के मद्देनजर सिलेबस में यह कटौती की है। रिवाइज्ड किया गया सिलेबस सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है।

27 मई को होगा 10वीं का सामाजिक विज्ञान का पेपर
10वीं कक्षा में सामाजिक विज्ञान विषय के अंतर्गत इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। सीबीएसई 10वीं का सामाजिक विज्ञान का बोर्ड टेस्ट पेपर 27 मई को आयोजित किया जाएगा। सामाजिक विज्ञान थ्योरी के टॉपिक्स से छात्रों के लिए पांच यूनिट हटाई गईं हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक कोरोना महामारी के कारण इस साल स्कूल काफी कम दिन खुले। अधिकांश छात्रों को ऑनलाइन माध्यमों से ही शिक्षा प्रदान की गई है। ऐसे में अब स्वयं छात्र, अभिभावक और शिक्षक भी छात्रों के पाठ्यक्रम को कम किए जाने किए जाने के पक्ष में हैं।

सिलेबस कम करने को कह चुके हैं केंद्रीय शिक्षा मंत्री
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक कह चुके हैं, कोरोना के कारण पूरे देश में उत्पन्न हुए असाधारण स्थिति को देखते हुए सीबीएसई को सलाह दी गई है कि वह अपने पाठ्यक्रम का पुनर्निधारण करें और सिलेबस को कम किया जाए। 

30 प्रतिशत तक घटाया सिलेबस
केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा सिलेबस को कम किए जाने का निर्देश देने के बाद सीबीएसई ने विभिन्न विषयों में 30 फीसदी तक सिलेबस घटाया था। वह पाठ्यक्रम अब होने वाली बोर्ड परीक्षाओं और आतंरिक मुल्यांकन के लिए निर्धारित विषयों का हिस्सा नहीं होगा।

1500 से ज्यादा शिक्षाविदों ने दिए सुझाव
विद्यालय प्रमुख और अध्यापक विभिन्न विषय संयोजित करने के लिए विद्यार्थियों को घटाई गई विषय-वस्तु की भी व्याख्या करना सुनिश्चित करेंगे। संशोधित पाठ्यक्रम सीबीएसई की शैक्षणिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक कोरोना महामारी के मद्देनजर पूरे देश के शिक्षाविदों से सिलेबस में कटौती के विषय पर ठोस सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इस विषय पर देशभर के 15 सौ से अधिक शिक्षाविदों ने अपने सुझाव भेजे हैं।

Created On :   24 Feb 2021 4:19 PM GMT

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